Second Accused Arrested:दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के मामले में पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गुजरात के राजकोट निवासी तहसीन सैय्यद को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, तहसीन ने हमले के मुख्य आरोपी राजेश भाई खिमजी सकारिया को 2000 रुपये भेजे थे। पहले उसे राजकोट में हिरासत में लिया गया और फिर दिल्ली लाकर औपचारिक रूप से गिरफ्तारी की गई। इससे पहले पुलिस राजेश को भी पकड़ चुकी है।
जांच का दायरा बढ़ा
पुलिस का कहना है कि तहसीन के अलावा राजेश के पांच अन्य दोस्तों से भी पूछताछ की गई थी। जांच टीम यह समझने की कोशिश कर रही है कि इस पूरी साजिश में और कौन शामिल हो सकता है। पुलिस अब तक आरोपी के 10 से ज्यादा दोस्तों और रिश्तेदारों से सवाल-जवाब कर चुकी है। साथ ही उसका मोबाइल जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
राजेश का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि राजेशभाई के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। 2017 से 2024 के बीच राजकोट के भक्तिनगर थाने में उस पर मारपीट और शराब रखने जैसे पांच केस दर्ज किए गए थे। गुजरात प्रोहिबिशन एक्ट और सीआरपीसी की धाराओं के तहत कई बार उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है। यहां तक कि 2021 में बॉम्बे पुलिस एक्ट की धारा 56 के तहत उसे राजकोट से बाहर कर दिया गया था।
हिंसक घटनाओं में शामिल
2017 के एक मामले में उस पर तलवार से हमला कर एक शख्स को घायल करने और डंडे से मारपीट करने का आरोप था। 2022 में पत्नी से झगड़े के बाद उसने ब्लेड से खुद को घायल कर परिवार वालों को डराया था, जिसके चलते उसे नौ टांके लगे थे। पुलिस का यह भी कहना है कि वह अवैध शराब की तस्करी में भी सक्रिय रहा है।
विरोध प्रदर्शन की तैयारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में राजेश ने बताया कि वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ रामलीला मैदान में आवारा कुत्तों के मुद्दे पर विरोध करना चाहता था। इसी वजह से उसने यह कदम उठाया। हालांकि, पुलिस उसकी मंशा और पूरी साजिश की गहराई से पड़ताल कर रही है।
रेखा गुप्ता पर हमले का मामला धीरे-धीरे गहराता जा रहा है। एक के बाद एक गिरफ्तारी और पुराने आपराधिक रिकॉर्ड सामने आने से यह साफ है कि आरोपी पहले से ही विवादों में रहा है। अब पुलिस की जांच से आगे की तस्वीर और स्पष्ट होगी।