नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन युद्ध के अंत होने के संकेत मिलते दिखाई दे रहें हैं। पूरी दुनिया इस बात के कयास इसीलिए लगा रही है क्योँकि रूस के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बड़ा बयान दिया है जो कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि ‘नाटो में शामिल होने की बात से वो पीछे हट गए हैं क्योँकि नाटो में शामिल सदस्यों को रूस से टक्कर लेने में डर लगता है।”
कई दिनों से चले आ रहे रूस और यूक्रेन के आपसी विवाद में अब युद्ध विराम होता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक अब यूक्रेन रूस की जगह नाटो पर हमलावर होता दिख रहा है। यूक्रेन की माने तो अब नाटो खुद ही यूक्रेन को अपने इस ग्रुप में शामिल नहीं करना चाहता है। इसी कड़ी में यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अपने लहजे में ये कहा कि मैं ऐसे देश का राष्ट्रपति नहीं कहलाना चाहता जो घुटनों पर गिरकर भीख मांगता हो।
इस बयान को युद्धविराम का संकेत इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि रूस की सबसे बड़ी समस्या नाटो को लेकर थी उस पर वलोडिमिर ज़ेलेंस्की सरेंडर होते दिख रहें हैं ।
बता दें कि मामला यहीं शांत नहीं हो पा रहा क्योंकि नाटो के बाद रूस की ये भी मांग है कि यूक्रेन अपने संविधान में स्पष्ट तौर पर बदलाव करे और साफ करे कि वो कभी भी नाटो में शामिल नहीं होगा। रूस ने ये भी कहा कि अगर यूक्रेन ऐसा करता है तो रूस अगले ही पल से सारी सैन्य हमलों पर रोक लगा देगा।
निशांत दीक्षित