Vinesh Phogat Accuses Sexual Harassment: दिल्ली के जंतर मंतर की जो तस्वीरे सामने आई, वो तस्वीरों ने अन्य खिलाड़ीयों को ही नहीं बल्कि आम जनता को भी हिला कर रख दिया है। राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर बड़े-बड़े पहलवानों को पटखनी देने वाले करीब 200 रेसलर धरना देने के लिए जुटे हुए है। प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के आंखो में आंसू थे, तो चेहरे पर शोषण का शिकार हुई लड़कियों की छवि जो सभी के चेहरे पर आक्रोश बनकर उभरी थी। इन रेसलर्स के पास महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोपों की लंबी लिस्ट है।
इस सभी पहलावनों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है। प्रदर्शन करने वाले पहलवानों में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगात, सरिता मोर और सुमित मलिक जैसे बड़े नाम शामिल है। वहीं बृजभूषण ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा कि पहलवानों के आरोप सही हुए तो वे फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं।
चलिए जानते हैं कि कौन है BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह
WFI के अध्यक्ष होने के साथ ही बृजभूषण शरण सिंह वर्तमान में यूपी स्थित कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद है। वहीं आपको बता दें कि इससे पहले रांची में एक थप्पड़ कांड को लेकरर भी बीजेपी सांसद लगातार चर्चा में बने हुए थे। तब उन्होंने रांची में हो रहे राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप के दौरान आपा खो दिया था। इसके बाद स्टेज पर ही उन्होंने एक युवा पहलवान को थप्पड़ जड़ दिया। युवा पहलवान को थप्पड़ जड़ने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। वहीं पहलवानों द्वारा लगाए जा रहे आरोप से पहले राज टाकरे के विरोध को लेकर भी बीजेपी सांसद ने उनका जबर दस्त विरोध किया था। इन्होंने राज ठाकरे को अयोध्या नहीं आने तक की सलााह दे दी थी। इस दौरकान अयोध्या में लगे पोस्टर भी काफी चर्चा का विषय बने हुए थे।
बृजभूषण शरण सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष होने के साथ ही बीजेपी से सांसद भी हैं। वे 19991 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद बृज भूषण सिंह ने 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की है। अब बृजभूषण सिंह कुल छह बार सांसद रह चुंके हैं। इसके अलावा वे 2011 से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं।2019 बीजेपी सांसद तीसरी बार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने हैं। बृजभूषण शरण सिंह पहली बार 1988 में बीजेपी में शामिल हुए थे. जिसके बाद 1991 में लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. लेकिन बीच में विवादों के चलते पार्टी छोड़ दी थी. जिसके बाद 2009 में सपा के टिकट पर कैसरगंज से चुनाव जीते थे.
जंतर मंतर पर पहलवानों के आने का सिलसिला जारी
बता दें कि अब तक लगभग 200 पहलवान जंतर मंतर पर आ चुंके हैं और वहीं अभी भी पहलवानों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। पहलवानों का आरोप है कि, भारतीय कुश्ती संघ के अद्यक्ष और कोच महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करते हैं। कुछ कोच तो सालों से ऐसा करते आ रहे है। हालांकि कुश्ती संघ के अध्य7 बृजभूषण शरण सिंह ने इन आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि अगर सभी आरोप सच साबित हुए तो वह फांसी लगा लेंगे। आगे उन्होंने कहा कि मैं डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ूंगा लेकिन मैं सीबीआई या पुलिस की जांच के लिए तैयार हूं। मेरे खिलाफ इस साजिश के पीछे एक उद्योगपति का हाथ है। जान से मारने की धमकी मिलने पर विनेश ने पुलिस से संपर्क क्यों नहीं किया।
वहीं पहलवान बबीता फोगाट ने ट्वीट कर कहा, “कुश्ती के इस मामले में मैं अपने सभी साथी खिलाड़ियों के साथ खड़ी हूं। मां आप सबको विश्वास दिलाती हूं कि सरकार से हर स्तर पर इस विषय को उठाने का काम करूंगी और खिलाड़ियों की भावनाओं के अनुरुप ही आगे का भविष्य तय होगा।
विनेश फोगाट ने आरोपों की लगाई झड़ी
विनेश ने कहा, “हमें धमकी दी गई थी कि अगर हम बोलेंगे तो हमारा करियार खत्म हो जाएगा। पेडरेशन के सदस्यों ने महिला पहलवानों के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया। हमने प्रधानमंत्री से भी संपर्क किया है, कुछ कोच राष्ट्रीय महासंघों के करीबी हैं। उन कोचों ने युवा लड़कियों का शोषण किया है और ना जाने कितनी युवा लड़कियों ने उन्की वजह से दर्द सहा है। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, “डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को हटाए जाने तक हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे”।