RBI on IndusInd Bank: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शनिवार को कहा कि इंडसइंड बैंक की वित्तीय स्थिति फिलहाल संतोषजनक बनी हुई है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब बैंक ने अपने डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में कुछ अनियमितताओं की जानकारी दी थी, जिससे इसकी नेटवर्थ पर असर पड़ने की संभावना जताई गई थी।
बैंक की पूंजी स्थिति मजबूत
बैंक ने पहले ही एक बाहरी ऑडिट टीम को नियुक्त किया है, जो उसकी वित्तीय प्रणाली की समीक्षा कर रही है। इसके जरिए यह आकलन किया जाएगा कि डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो की गड़बड़ी का असल प्रभाव बैंक पर कितना पड़ा है। बैंक के निदेशक मंडल और प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे जरूरी खुलासे करने के बाद इस महीने के अंत तक सुधारात्मक कार्रवाई पूरी करें।
पूंजी पर्याप्तता अनुपात संतोषजनक
इसके अलावा, बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात (PCR) 70.20% रहा, जो नियामकीय मानक 70% से थोड़ा ज्यादा है। बैंक का तरलता कवरेज अनुपात (LCR) भी 9 मार्च तक 113% दर्ज किया गया, जो नियामकीय 100% के स्तर से ऊपर है। हालांकि, यह बयान ऐसे समय में आया है जब बैंक ने यह स्वीकार किया है कि उसने सितंबर-अक्टूबर में अपने डेरिवेटिव्स अकाउंटिंग में विसंगतियां देखी थीं, लेकिन इसे सार्वजनिक रूप से केवल इस सप्ताह सामने लाया गया।
पिछले हफ्ते बैंक को कई झटके
इंडसइंड बैंक को बीते सप्ताह कई झटके लगे हैं। सबसे पहले, आरबीआई ने बैंक के सीईओ सुमंत कथपालिया का कार्यकाल तीन साल की बजाय सिर्फ एक साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई। इसके तुरंत बाद, बैंक ने घोषणा की कि उसके डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में ₹1,600 करोड़ का प्रभाव पड़ा है। इस खबर के बाद बाजार में निवेशकों की बेचैनी और बढ़ गई।
बैंक के शेयरों में भारी गिरावट
मंगलवार को बैंक के शेयरों में 27% की भारी गिरावट देखी गई, जबकि बुधवार को यह ₹605.40 के 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। बीते हफ्ते बैंक के शेयर 57% तक गिरकर ₹672.10 पर बंद हुए, जो पिछले अप्रैल में दर्ज किए गए उच्चतम स्तर से काफी नीचे है।
फोरेंसिक ऑडिट की मांग
इंडसइंड बैंक के संयुक्त ऑडिटर MP चितले एंड कंपनी और MSKA एंड एसोसिएट्स ने बैंक के निदेशक मंडल से अनुरोध किया है कि उसके डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो की गहराई से जांच के लिए एक फोरेंसिक ऑडिट किया जाए। वहीं, एक विश्लेषक कॉल के दौरान, सीईओ सुमंत कथपालिया ने पुष्टि की कि बैंक ने अपने डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो की समीक्षा के लिए एक बाहरी एजेंसी को नियुक्त किया है। इस ऑडिट की अंतिम रिपोर्ट चौथी तिमाही के अंत तक आने की उम्मीद है।