International Dance Day 2025:क्या डांस से आप फिजिकली और मेंटली फिट रह सकते हैं ? जानिए इसका इतिहास और फायदे

29 अप्रैल को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस नृत्य की कला और उसके फायदों को सेलिब्रेट करने का मौका है। यह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से हमें सेहतमंद और खुशहाल बनाता है।

International Dance Day 2025: नाचना सिर्फ मस्ती नहीं, सेहत और खुशी की चाबी भी है।हर साल 29 अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस (International Dance Day) मनाया जाता है। यह दिन उन सभी लोगों को समर्पित होता है जो नृत्य को अपने जीवन का हिस्सा मानते हैं और इसे एक कला के रूप में संजोते हैं। नृत्य ना सिर्फ शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखता है, बल्कि मन को भी खुश और शांत बनाता है। यह एक ऐसा माध्यम है, जिससे हम अपनी भावनाओं को बिना बोले भी जाहिर कर सकते हैं।

कब मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस?

यह खास दिन हर साल 29 अप्रैल को पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इसका मकसद है नृत्य की अहमियत को पहचान देना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को नृत्य से जोड़ना।

इस दिन की शुरुआत कैसे हुई?

अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस की शुरुआत 1982 में इंटरनेशनल डांस काउंसिल और इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट ने मिलकर की थी। यह दिन खास तौर पर Jean-Georges Noverre की याद में मनाया जाता है, जिन्हें आधुनिक बैले डांस का जनक माना जाता है। उनका जन्मदिन 29 अप्रैल को होता है।

इस दिन का उद्देश्य क्या है?

इस दिन का मकसद सिर्फ डांस को सेलिब्रेट करना नहीं है, बल्कि यह दिखाना भी है कि नृत्य किसी एक देश या संस्कृति की चीज़ नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को जोड़ने वाला एक खूबसूरत जरिया है।

नृत्य करने के फायदे क्या हैं?

शरीर के लिए फायदेमंद: नृत्य करना एक तरह की एक्सरसाइज है। इससे दिल की सेहत बेहतर होती है, शरीर मजबूत बनता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है।
मन को सुकून देता है: जब आप नाचते हैं, तो आपके तनाव और चिंता कम हो जाते हैं। इससे मूड अच्छा होता है और मन खुश रहता है। ये मानसिक शांति देने में भी मदद करता है।
दूसरों से जुड़ने का जरिया: ग्रुप में डांस करना टीमवर्क सिखाता है और लोगों के बीच की दूरी कम करता है। ये दोस्ती बढ़ाने में भी मददगार होता है।खुद को व्यक्त करने का तरीका डांस के जरिए हम अपने जज़्बात, कहानियां और सोच को बिना बोले भी ज़ाहिर कर सकते हैं। इससे हमारी क्रिएटिविटी भी बढ़ती है।
बॉडी बैलेंस और लचीलापन: नृत्य करने से शरीर में लचीलापन आता है और संतुलन अच्छा होता है। इससे शरीर की हरकतें सुधरती हैं और हम ज्यादा एक्टिव रहते हैं
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