Birthday special: सुभाष घई को कौन नहीं जानता है।उनकी बनाई फिल्में आज भी लोगों की यादगार फिल्मों में से है।सुभाष घई बॉलीवुड के वो डायरेक्टर हैं जिनकी फिल्मों ने फैंस के दिलों में खास जगह बनाई है।आज उनका जन्मदिन है। हालांकि उनके फिल्मी करियर की शुरुआतएक्टिंग एक्टिंग से हुई थी, लेकिन जैसे-जैसे उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर बनने में कदम रखा उन्होंने साबित कर दिया कि वो सिर्फ एक बेहतरीन फिल्म डायरेक्टर ही नहीं बल्कि इंडस्ट्री के शोमैन भी हैं।
एक्टिंग से डायरेक्शन तक का सफर
सुभाष घई ने अपनी शुरुआत 1969 में फिल्म अराधना से की थी, जिसमें उन्होंने एक छोटा सा रोल किया था। इसके बाद उन्होंने उमंग, भारत के शहीद, शेरनी, और नाटक जैसी फिल्मों में भी छोटे-मोटे रोल किए। लेकिन एक्टिंग में वो ज्यादा सफल नहीं हो पाए। फिर उन्होंने फिल्म निर्देशन में कदम रखा और अपनी पहली फिल्म कालीचरण से काफी वाहवाही बटोरी। उसके बाद तो जैसे सुभाष घई ने पीछे मुड़कर नहीं देखा!
सुभाष घई के डायरेक्शन में बनी शानदार फिल्में
सुभाष घई ने हीरो, राम लखन, खलनायक, सौदागर, यादें, युवराज जैसी कई शानदार फिल्मों का निर्देशन किया, जो आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई हैं। उनकी फिल्मों में ना सिर्फ शानदार कहानी होती थी, बल्कि उनका निर्देशन भी एक खास बात होती थी। इसके अलावा, वह कई फिल्मों के प्रोड्यूसर और लेखक भी रहे हैं, जो उनकी बहुआयामी प्रतिभा को दर्शाता है।
सुभाष घई का पुरानी फिल्मों से दूरी बनाना
सुभाष घई की एक दिलचस्प आदत है कि वह अपनी पुरानी फिल्मों को कभी नहीं देखते। अरबाज खान के शो में उन्होंने बताया था, जब भी मेरी फिल्म रिलीज होती है, तो मैं उसे नहीं देखता। फिल्म का प्रीमियर होने के बाद, मैं बस आगे बढ़ जाता हूं। कभी-कभी टीवी पर मेरी फिल्म आती है, तो मैं थोड़ी सी देखता हूं, लेकिन मुझे अतीत में नहीं जीना है। मैं आज में जीना पसंद करता हूं।
सुभाष घई की जिंदगी हर किसी के लिए प्रेरणा
सुभाष घई का करियर हमें यह सिखाता है कि अगर किसी चीज़ में दिल से विश्वास हो और कड़ी मेहनत की जाए, तो कोई भी मुश्किल रास्ता आसान बन सकता है। उन्होंने एक्टिंग से डायरेक्शन की दुनिया में कदम रखा और आज वे बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली फिल्म निर्माताओं में से एक हैं। उनकी यात्रा हर किसी के लिए एक प्रेरणा है।