‘Bigg Boss 19’ से बाहर आने के बाद, तान्या मित्तल ने अपने भावनात्मक अनुभव साझा किए। जब उनसे पूछा गया कि होस्ट सलमान खान ने उन्हें “बिग बॉस को एक अलग लेवल पर ले जाने” की बात कहकर क्या प्रभावित किया, तो तान्या ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने शो में अच्छा किया या गलत —“मुझे नहीं समझ आ रहा है कि मेरा कोई नाम हुआ है या मैंने कुछ अच्छा किया है क्योंकि अंदर मुझे सिर्फ बुरा बोला जा रहा था।” इस बयान से साफ है कि तान्या फिलहाल आत्म-चिंतन की स्थिति में हैं, और उन्हें अपनी शो परफॉर्मेंस और उसकी प्रतिक्रिया को लेकर स्पष्टता नहीं मिल पाई है।
मन में “बहुत ट्रॉमा” — तान्या की पोस्ट-शो असहजता
तान्या ने कहा कि 105 दिन के दौरान उन्हें लगातार आलोचनाएं सुनने को मिलीं — न सिर्फ घर के अन्य सदस्यों से, बल्कि बाहर से आए लोगों ने भी मज़ाक उड़ाया। यह सब सुन-सुनकर उन्होंने “ट्रॉमा” महसूस करना शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि परिवार के प्रति उनकी सम्मान की भावना बनी हुई है। तान्या ने कहा कि उन्होंने अपने भाई से कहा है कि वे अपनी माँ के पास जाएँ या डॉक्टर से मिले — ताकि इस मानसिक दबाव को कुछ हल्का किया जा सके। उनके शब्दों में यह भी था कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आखिर किस तरीके से उनकी छवि ज़ाहिर हुई — क्या वे वाकई “नाम” बना पा रही हैं या सिर्फ विवादों और आलोचनाओं का शिकार हुईं हैं।
बैकग्राउंड: तान्या कौन हैं और बिग बॉस में उनका सफर
तान्या मित्तल मध्यप्रदेश के शहर ग्वालियर की निवासी हैं। बिग बॉस 19 में उन्होंने कई बड़े दावे किए थे, जिनकी वजह से शुरुआत में वह सुर्खियों में रहीं। लेकिन बाद में, उनके इन दावों और व्यवहार को लेकर विवाद बढ़ गया घर के कुछ सदस्य, अन्य प्रतियोगी और दर्शक सब उनकी आलोचना करने लगे। हालांकि, होस्ट सलमान खान ने उन्हें “कैल्कुलेटेड गेमर” कहा उन पर कैमरा-फोकस और दर्शकों की राय को ध्यान में रखकर गेम खेलने का आरोप लगाया। इन सभी बातों के बीच, शो से बाहर आने के बाद तान्या अब एक तरह के मानसिक दुविधा और असमंजस से गुज़र रही हैं कि आखिर उनका अनुभव, चाहें वो नाम हो या बदनामी, उनके लिए क्या रहा?
शो के बाद की अस्थिरता और पहचान का प्रश्न
तान्या मित्तल की प्रतिक्रिया यह दिखाती है कि रियल-टीवी शो खत्म होने के बाद भी संघर्ष खत्म नहीं हुआ। शो के दौरान मिली आलोचनाओं, आलोचना की तेज़ रफ्तार और सोशल मीडिया की राय — इन सबने उनके लिए एक “ट्रॉमा” बना दिया है। उनके लिए यह मुश्किल है कि शो के बाद खुद को कैसे आंकें — क्या उन्होंने सफलता पाई, या वह विवादों और असहमति में घिर गईं। इससे यह सवाल उठता है कि रियल-टीवी सिर्फ मस्ती, ड्रामा या पहचान नहीं है — इसके बाद भी मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक छवि और आलोचनाओं का बोझ होता है।
ताना शायद अपने परिवार और खुद के आत्म-सम्मान की रक्षा करना चाहती हैं। इस सफर में, तान्या का यह बयान उनकी अंदरूनी बेचैनी और असमंजस की एक झलक है — जिसे समझना आसान नहीं है, लेकिन बहुसंख्यक दर्शकों के लिए यह हो सकता है सोचने की जगह: शो के बाद की ज़िन्दगी कितनी चुनौतीपूर्ण होती है।










