Thandel नागा चैतन्य और साई पल्लवी की दमदार फिल्म, Bansuri और Sushma Swaraj से क्या है इसका संबंध

नागा चैतन्य और साई पल्लवी की फिल्म 'थंडेल' 2018 में पाकिस्तान द्वारा बंदी बनाए गए भारतीय मछुआरों की सच्ची घटना पर आधारित है। इस फिल्म में सुषमा स्वराज के साहसी प्रयासों और उनके परिवार के योगदान को दिखाया जाएगा।

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Real life Indian fishermen rescue film : नागा चैतन्य और साई पल्लवी अपनी आगामी फिल्म ‘थंडेल’ को लेकर तैयार हैं। यह सिर्फ एक लव एक्शन ड्रामा नहीं, बल्कि 2018 में हुई एक वास्तविक घटना पर आधारित फिल्म है,जिसने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में हलचल मचा दी थी।

यह घटना उन भारतीय मछुआरों की कहानी है, जिन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़कर जेल में डाल दिया था। लेकिन इस मुश्किल घड़ी में भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इन मछुआरों को सुरक्षित वापस लाने में अहम भूमिका निभाई। उनके निधन के बाद, उनकी बेटी बांसुरी स्वराज ने भी अपनी मां के अधूरे काम को पूरा किया और मछुआरों की वापसी सुनिश्चित की।

सच्ची घटना को पर्दे पर उतारेंगे 

निर्देशक चंदू मोंडेती इस रोमांचक और प्रेरणादायक कहानी को बड़े पर्दे पर लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। फिल्म ‘थंडेल’ सिर्फ एक ड्रामा या रोमांस नहीं, बल्कि यह उन भारतीयों के संघर्ष की कहानी है, जो समुद्र पार जाकर मछली पकड़ते हैं, लेकिन कभी कभी दूसरे देशों की सीमा में चले जाते हैं और वहां की सेना द्वारा पकड़ लिए जाते हैं।

इस फिल्म में दिखाया जाएगा कि कैसे सुषमा स्वराज और उनके परिवार ने इन भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। यह देशभक्ति, संघर्ष और इंसानियत की कहानी है।

सुषमा स्वराज के योगदान को भी दिखाया जाएगा

इस फिल्म में सुषमा स्वराज के योगदान को प्रमुखता से दिखाया गया है। उनके परिवार ने भी इस कहानी को पर्दे पर उतारने के लिए निर्माताओं को अनुमति दी है।

फिल्म के निर्माता बनी वासु ने बांसुरी स्वराज से यह अनुरोध किया कि वे सुषमा स्वराज का नाम और कुछ वास्तविक प्रेस कॉन्फ्रेंस की फुटेज फिल्म में इस्तेमाल कर सकें। बांसुरी स्वराज ने इस फिल्म को अपना पूरा समर्थन दिया और निर्माताओं को अनुमति दे दी।

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बनी वासु ने इस सहयोग के लिए बांसुरी स्वराज का आभार व्यक्त किया और एक खास नोट लिखा

“हम दिल से @BansuriSwaraj का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी माँ, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती @SushmaSwaraj garu के उल्लेखनीय योगदान को दिखाने का मौका दिया। उन्होंने 2017 और 2018 में पाकिस्तानी जेल में बंद मछुआरों को वापस लाने में अहम भूमिका निभाई थी। आपकी अनुमति और समर्थन हमारे लिए बहुत मायने रखता है।”

थंडेल एक जबरदस्त कहानी

इस फिल्म में देशभक्ति, संघर्ष और साहस की कहानी है। इसमें दिखाया जाएगा कि कैसे एक नेता अपने लोगों के लिए लड़ता है और कैसे एक परिवार अपने देश की सेवा के लिए समर्पित रहता है।
फिल्म में नागा चैतन्य और साई पल्लवी की शानदार जोड़ी देखने को मिलेगी, जो इस कहानी को दमदार तरीके से पेश करेंगे।

क्यों देखनी चाहिए यह फिल्म

सच्ची घटना पर आधारित है, जो हर भारतीय को गर्व महसूस कराएगी।

नागा चैतन्य और साई पल्लवी की दमदार एक्टिंग देखने को मिलेगी।

सुषमा स्वराज और उनके परिवार के योगदान को बड़े पर्दे पर देखने का मौका मिलेगा।

देशभक्ति और इंसानियत की एक प्रेरणादायक कहानी है।

‘थंडेल’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीयों के संघर्ष, देशभक्ति और एक नेता के निस्वार्थ सेवा की कहानी है। यह उन बहादुर मछुआरों की कहानी है, जो गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए और उन्हें जेल में डाल दिया गया, लेकिन भारतीय सरकार और सुषमा स्वराज के प्रयासों से वे सुरक्षित घर लौटे।
इस फिल्म में देश के प्रति समर्पण, इंसानियत और संघर्ष की भावना को दिखाया गया है। इसे जरूर देखना चाहिए, क्योंकि यह एक ऐसी सच्ची कहानी है, जो हर भारतीय को गर्व महसूस कराएगी।

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