Ghazipur Ganga River Drowning Accident: जिले के करंडा थाना क्षेत्र में अमवां गंगा घाट पर रविवार सुबह लगभग 6:30 बजे एक बड़ा और दुखद हादसा हो गया। गंगा स्नान करने पहुंची 8 बच्चियों के समूह में से 6 अचानक नदी की तेज धारा में डूबने लगीं। मौके पर मौजूद मल्लाहों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी जान जोखिम में डाली और तीन बच्चियों को सकुशल बाहर निकाल लिया, जिससे उनकी जान बच गई। हालांकि, तीन बच्चियां गंगा की तेज धारा में लापता हो गईं। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने त्वरित तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद दो बच्चियों के शव बरामद किए गए हैं। तीसरी लापता बच्ची की तलाश अभी भी जारी है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है और घाट पर मातम पसरा हुआ है, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
थाना प्रभारी करंडा, जितेंद्र कुमार उपाध्याय ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सभी बच्चियां पास के गांव रमजनपुर की रहने वाली थीं। लापता बच्चियों की पहचान पूनम यादव (19), रोली (16) और खुशी (12) के रूप में हुई है, जो तीनों रमजनपुर गांव की निवासी हैं। Ghazipur थाना प्रभारी ने बताया कि यह हादसा घाट के बगल में उस जगह हुआ जहां कहीं से बालू निकाली गई थी, जिससे गहराई बढ़ गई थी।
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चश्मदीद मल्लाह बलिराम चौधरी ने बताया कि बच्चियां नहाने आई थीं और उन्होंने बचाने की पूरी कोशिश की। तीन को बचा लिया गया, लेकिन तीन लहरों के साथ ओझल हो गईं। तीन जिंदगियां बचाने वाले मल्लाहों की बहादुरी की तारीफ हो रही है।
हादसे की सूचना मिलते ही Ghazipur पुलिस और प्रशासन अलर्ट हो गया। थाना प्रभारी जितेंद्र उपाध्याय तत्काल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। गंगा की लहरों में समाई बेटियों की तलाश के लिए पुलिस और गोताखोरों की टीम लगातार जुटी हुई है। बरामद दोनों शवों की पहचान परिजनों से कराई जा रही है। प्रशासन ने आसपास के सभी घाटों पर चौकसी बढ़ा दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और ग्रामीणों की भारी भीड़ घाट पर जमा है। इस हृदय विदारक घटना से गांव में शोक की लहर है। पुलिस और गोताखोरों का दल तीसरी बच्ची की तलाश में लगातार अभियान चला रहा है।