Ghaziabad park drug issue : गाजियाबाद के नंदग्राम सी-ब्लॉक में स्थित रामलीला पार्क, जो कभी बच्चों की हंसी और बुजुर्गों की सुबह-शाम की सैर के लिए जाना जाता था, अब नशेड़ियों का ठिकाना बन चुका है। पार्क में हर तरफ बिखरी हुई सिरिंज, खाली शीशियां और नशा करने वालों की आवाजाही ने इस जगह को खुले ‘ड्रग स्पॉट’ के रूप में बदल दिया है।
हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि दिन हो या रात, असामाजिक तत्वों का यहां दबदबा बना रहता है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, पार्क में नाबालिग और युवा खुलेआम नशे की पूर्ति के लिए शराब और एविल जैसे खतरनाक इंजेक्शन लेते देखे जाते हैं। इस्तेमाल की हुई सिरिंजों का ढेर और दवाओं की खाली बोतलें यह साबित करती हैं कि यह समस्या कितनी ज्यादा फैल चुकी है। इसके कारण परिवार अपने बच्चों को पार्क ले जाने से डरने लगे हैं और महिलाओं ने भी यहां अकेले आना बंद कर दिया है।
महिलाओं के लिए बढ़ता खतरा
इलाके के लोगों का कहना है कि नशे में धुत्त युवक अक्सर यहां आने वाली महिलाओं और लड़कियों के साथ अभद्र हरकतें करते हैं। अगर कोई विरोध करे तो ये युवक उस पर चढ़ दौड़ते हैं और डराने-धमकाने की कोशिश करते हैं। ऐसी घटनाओं ने पार्क को महिलाओं के लिए असुरक्षित क्षेत्र बना दिया है। लोगों का कहना है कि शरीफ परिवार यहां कदम रखते भी डरते हैं।
होमगार्ड की मिलीभगत का आरोप
कई स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इन सबके पीछे क्षेत्र में तैनात एक होमगार्ड की शह है। वे कहते हैं कि उसकी जानकारी में ही यह अवैध नशे का कारोबार चलता है। शिकायत करने पर वही होमगार्ड उल्टा लोगों को ही डांट देता है। इससे पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
केवल दिखावटी कार्रवाई से बढ़ रही समस्या
नंदग्राम थाना पुलिस को बार-बार शिकायत देने के बावजूद, लोगों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई केवल नाममात्र की है। कभी-कभी पुलिस पार्क का एक चक्कर लगाकर चली जाती है, लेकिन असामाजिक तत्वों पर वास्तविक सख्ती नहीं होती। इसी वजह से नशाखोरी करने वालों के हौसले और बढ़ते जा रहे हैं।
किसान संगठन ने दिया ज्ञापन
स्थिति बिगड़ने के बाद ‘किसान सेवा (अ)’ संगठन सामने आया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन शर्मा ने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि पार्क को तुरंत नशेड़ियों से खाली कराया जाए और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
एसीपी का बयान: गश्त बढ़ाई जाएगी
एसीपी नंदग्राम उपासना पांडेय ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और पुलिस की नियमित पेट्रोलिंग कराई जा रही है। यदि अभी भी नशाखोरी जारी है, तो वह और सख्त कार्रवाई करेंगी। उन्होंने आसपास के मेडिकल स्टोर्स की भी निगरानी बढ़ाने की बात कही है ताकि इंजेक्शनों और दवाओं की अवैध बिक्री पर रोक लगाई जा सके।
