Ghaziabad Police/Mohsin khan: बैकिंग प्रक्रिया में केवाईसी यानि की ‘नो योर कस्टमर’ का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान बैंक अपने कस्टमर KYC की पूरी जानकारी को सत्यापित करता है ताकि किसी भी तरह की गलती की कोई संभावना ना रहे। अब इसी बैकिंग पैटर्न पर गाज़ियाबाद पुलिस क्रिमिनल की ‘KYC’ करेगी यानि ‘नो योर क्रिमिनल’ दरअसल गाज़ियाबाद पुलिस कमिश्नर का चार्ज लेने के बाद पुलिस कमिश्नर जे.रविन्द्र गौड़ ने कमिश्नरेट की पुलिसिंग को ओर बेहतर करने के लिए कई बड़े फैसले लिए और कई नए प्रयोग किए है और उसी दिशा में उन्होंने क्रिमिनल की ‘केवाईसी’ कराने का बड़ा और अहम् फैसला लिया है। जिसमें उन्होंने कई बिन्दुओं पर पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए है।
ऐसे होगी क्रिमिनल्स की ‘KYC’
अपराध को नियंत्रण करने के लिए गाज़ियाबाद पुलिस ने बैंकों के पैटर्न को अपनाया है। Ghaziabad पुलिस ने केवाईसी के जरिए उन अपराधियों की कुंडली को खंगालेगी जो पिछले 10 सालों में रजिस्टर्ड हुए है। पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ ने पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा है कि 10 साल से रजिस्टर्ड अपराधियों की गतिविधियों को देखा जाए कि वो अगर अपराध में सक्रिया नहीं है तो फिर उन पर कार्रवाई के पैमाने को रोका जाए और अगर कोई भी अपराधी लगातार 10 सालों के भीतर अपराध करता रहा है तो उसके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाए।
विशेष रूप से बीट पुलिस ऑफिसर की जिम्मेदारी होगी वो अपने अपने हलके में 10 साल में रजिस्टर्ड हुए अपराधियों का खाका केवाईसी के जरिए तैयार करेंगे और ऐसे अपराधियों को चिन्हित करेंगे जिन्होंने अभी जरायम का रास्ता नहीं छोड़ा है। बता दें कि इस प्रक्रिया में गाज़ियाबाद पुलिस थाने के अपराध रजिस्टर में रजिस्टर्ड क्रिमिनल्स का डाटा ऑनलाइन तैयार करेगी और विभिन्न दस्तावेजो के माध्यम से सत्यापन होगा।
‘KYC’ से आएगी क्रिमिनल्स की शामत
‘नो योर क्रिमिनल’ की इस प्रक्रिया में पिछले 10 साल में रजिस्टर्ड अपराधी Ghaziabad पुलिस के लिए एक तरह से कस्टमर होंगे और अपराध में सक्रिय रहने वाले अपराधी अब किसी भी कीमत पर बच नहीं पाएंगे। दरअसल केवाईसी से अब क्रिमिनल की शामत आएगी। क्योंकि लगातार अपराध करने वाले अपराधी ना तो पुलिस की नज़र से बच पाएंगे और ना ही जनता की नज़र क्योंकि अपराधियों का डाटा ऑनलाइन सबके सामने होगा। गाजियाबाद पुलिस के फैसले के बाद अपराधियों में ना केवल खलबली मच गई बल्कि खौफ़ के हालात पैदा हो गए है।
चल चुका है ‘केवाईसी’ का विशेष अभियान
Ghaziabad पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ के कुशल निर्देशन में केवाईसी के विशेष अभियान की शुरूआत हो चुकी है। गाजियाबाद कमिश्नरेट के तीनों में ज़ोन में युद्व स्तर पर ये अभियान चलाया जा रहा है। केवाईसी अभियान में पिछले 10 वर्षो के संपत्ति संबधी अपराधों के अलावा बीट यानि की इलाके के अलग अलग हलको में रहने वाले अपराधियों के बारें में पूरी जानकारी इकठ्ठा की जा रही है और उस जानकारी को बीट पुलिस ऑफिसर को दिया जा रहा है ताकि बीपीओ अपराधियों की सही से निगरानी कर सके अगर कोई भी अपराधी हलके में अपराध करता है तो उसको सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए।