Ghaziabad : गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता बेहद खराब है, जहां एक्यूआई खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है। दीपावली से पहले गाजियाबाद और एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में एक्यूआई 300 के पार जा रहा है, जो प्रदूषण की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। यह ज्यादातर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। वर्तमान में, बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों पर प्रदूषण का प्रभाव सबसे अधिक है।
एक्यूआई 335 तक पहुंचा
सुबह 10 बजे के आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद का एक्यूआई 270, नोएडा का 290, और ग्रेटर नोएडा का 275 दर्ज किया गया। नोएडा के सेक्टर 116 में एक्यूआई 306 तक पहुंच गया, जबकि ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क 5 में यह 310 तक गया। लोनी क्षेत्र में स्थिति सबसे खराब है, जहां एक्यूआई 335 तक पहुंच चुका है। इस स्तर की हवा स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है, जिससे आंखों में जलन और सांस लेने में समस्या बढ़ रही है।
वायु गुणवत्ता खराब
यह स्थिति बेहद ही गंभीर बनती जा रही है। आने वाले दिनों में इसका खतरा और भी बढ़ सकता है। बता दे, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क पांच में एक्यूआई 310 तक पहुंच गया है, सबसे ज्यादा Ghaziabad के लोनी में सबसे गंभीर हालात हैं, जहां एक्यूआई 335 रिकॉर्ड किया गया है। इस जहरीली हवा से बच्चे प्रभावित हो रहे है, इस स्तर की वायु गुणवत्ता लोगों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है, जिसके कारण आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाइयां बढ़ रही हैं।
कचरा खुले जलने की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। आने वाले दिनों में पटाखों और आसपास के राज्यों में पराली जलाने की वजह से वायु गुणवत्ता ओर भी खराब हो सकती है। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि वे ज़्यादा घरों से बाहर न निकलें।