Namo Bharat Train: ट्रेन का आपत्तिजनक वॉयरल क्लिप मामला किसने बनाया था वीडियो , लोको पायलट क्यों हुआ सस्पेंड

नमो भारत ट्रेन में छात्र-छात्रा की आपत्तिजनक हरकत का वीडियो लोको पायलट ने रिकॉर्ड कर वायरल कर दिया। मामले की गंभीरता देखते हुए रेल मंत्रालय ने लोको पायलट को सस्पेंड कर जांच शुरू की।

Namo Bharat train video case

Train Obscene Video Case: एक बार फिर सार्वजनिक जगह पर निजता और मर्यादा से जुड़ा मामला सामने आया है। इससे पहले टोल प्लाजा के पास कपल का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की घटना चर्चा में थी। अब ऐसा ही मामला गाजियाबाद से मेरठ साउथ के बीच चलने वाली नमो भारत ट्रेन से सामने आया है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जांच में सामने आया है कि नमो भारत ट्रेन में एक प्रेमी छात्र और छात्रा आपत्तिजनक हरकतें कर रहे थे। यह पूरा घटनाक्रम ट्रेन में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गया। हैरानी की बात यह रही कि इस वीडियो को सुरक्षा या कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाने के बजाय लोको पायलट ने इसे रिकॉर्ड कर लिया और बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

ट्रेन में बैठते ही शुरू हुई हरकतें

रेल अधिकारियों के अनुसार, दोनों छात्र-छात्राएं गाजियाबाद के एक स्कूल में पढ़ते हैं। वे दुहाई स्टेशन से नमो भारत ट्रेन में सवार हुए थे। बताया गया कि ट्रेन में बैठते ही दोनों ने आपत्तिजनक हरकतें शुरू कर दीं, जो मेरठ साउथ स्टेशन तक चलती रहीं।

उस समय कोच में यात्रियों की संख्या कम थी, लेकिन कोच में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पूरी घटना को रिकॉर्ड कर लिया। वायरल वीडियो में छात्रा स्कूल की ड्रेस में नजर आ रही है, जिससे मामला और ज्यादा संवेदनशील हो गया है।

लोको पायलट पर गिरी गाज

वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही रेल प्रशासन हरकत में आया। जांच में यह साफ हो गया कि वीडियो लोको पायलट ने ही रिकॉर्ड किया था और उसी के जरिए यह क्लिप बाहर आई। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेल मंत्रालय ने बिना देर किए लोको पायलट को तत्काल सस्पेंड कर दिया।

रेल अधिकारियों ने कहा कि किसी भी कर्मचारी को यात्रियों की निजता से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। ट्रेन में लगे कैमरे सुरक्षा के लिए होते हैं, न कि वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने के लिए।

सख्त कार्रवाई के निर्देश

रेल प्रशासन ने साफ किया है कि इस तरह की घटनाओं को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी हरकतें न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान के खिलाफ हैं, बल्कि कानून और रेलवे के नियमों का भी उल्लंघन हैं।

वीडियो सामने आते ही मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जनता से अपील

रेल अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा न करें। ऐसी सामग्री फैलाने से पीड़ितों को मानसिक परेशानी होती है और अपराध को बढ़ावा मिलता है।

इस घटना के बाद गाजियाबाद और मेरठ के स्कूलों के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी सतर्क हो गया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि ट्रेन में अनुचित व्यवहार से बचें और अगर कोई आपत्तिजनक घटना दिखे, तो तुरंत रेलवे स्टाफ या पुलिस को इसकी जानकारी दें।

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