Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित समारोह में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के छह मंडलों में आयुष पद्धति के नए महाविद्यालय खोले जाएंगे, जहां अभी इस चिकित्सा पद्धति का कोई कॉलेज नहीं है। इस घोषणा के साथ योगी सरकार ने प्रदेश में आयुष शिक्षा और परंपरागत चिकित्सा पद्धति को विस्तार देने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोरखपुर में ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय’ का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर आयुष पद्धति की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आयुष को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का श्रेय दिया।
छह मंडलों में बनेंगे आयुष महाविद्यालय
Gorakhpur में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में छह ऐसे मंडल हैं, जहां अभी तक आयुष पद्धति का कोई महाविद्यालय मौजूद नहीं है। उन्होंने बताया कि अब सरकार वहां एक-एक आयुष महाविद्यालय की स्थापना करेगी। इन कॉलेजों के माध्यम से आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा जैसी पद्धतियों का व्यापक प्रचार-प्रसार होगा। योगी ने कहा कि हर जनपद में कम से कम 100 बिस्तरों वाला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जो जनस्वास्थ्य में बड़ी भूमिका निभाएगा।
संभावित मंडलवार आयुष महाविद्यालय की सूची:
मुरादाबाद मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: मुरादाबाद मंडल में एक नया आयुष महाविद्यालय स्थापित किया जाएगा।
सहारनपुर मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: सहारनपुर मंडल में एक आयुष महाविद्यालय खोला जाएगा।
मेरठ मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: मेरठ मंडल में आयुष शिक्षा के लिए नया महाविद्यालय स्थापित किया जाएगा।
अलीगढ़ मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: अलीगढ़ मंडल में भी एक आयुष महाविद्यालय की स्थापना होगी।
आजमगढ़ मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: आजमगढ़ मंडल को भी आयुष महाविद्यालय से जोड़ा जाएगा।
बस्ती मंडल
प्रस्तावित आयुष महाविद्यालय: बस्ती मंडल में एक नया आयुष महाविद्यालय खोला जाएगा।
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में पूर्ववर्ती सरकारों पर भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले आयुष पद्धति को वह मान्यता नहीं मिल पाई थी, जिसकी वह हकदार थी। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने आयुष को नया सम्मान दिलाया है। मोदी सरकार ने आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा और योग को राष्ट्रीय और वैश्विक मंच दिया है।
आयुष विश्वविद्यालय से होंगे महाविद्यालय संबद्ध
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय “महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय” Gorakhpur में बनकर तैयार हो चुका है। इस विश्वविद्यालय से प्रदेश के सभी आयुष महाविद्यालयों को संबद्ध किया जाएगा। यहां आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग, प्राकृतिक चिकित्सा सहित परंपरागत पद्धतियों से जुड़ी पढ़ाई और शोध की सुविधाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा मंच भी बनेगा। उन्होंने इस परियोजना को प्रदेश के आरोग्य क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम बताया।