Vinay Shankar Tiwari Bail: बैंकों से लिए गए 754 करोड़ रुपये के लोन घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किए गए समाजवादी पार्टी के नेता विनय शंकर तिवारी को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच से जमानत मिल गई है। उनके साथ गिरफ्तार हुए गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशक अजीत पांडेय को भी राहत मिली है। यह मामला करीब 1129 करोड़ रुपये के कर्ज और 754 करोड़ की वापसी न होने को लेकर शुरू हुआ था, जिसमें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। सपा नेता की जमानत को पार्टी ने न्याय की जीत बताया है और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
ईडी की कार्रवाई के एक महीने बाद मिली राहत
पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता रहे स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे, सपा नेता व पूर्व विधायक Vinay Shankar Tiwari को आखिरकार हाई कोर्ट से राहत मिल गई है। 7 अप्रैल को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी 754 करोड़ रुपये के लोन घोटाले को लेकर हुई थी, जिसमें गंगोत्री इंटरप्राइजेज नामक कंपनी के जरिए बैंकों से 1129 करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया था। बताया जा रहा है कि इस रकम में से 754 करोड़ रुपये की वसूली नहीं हो सकी। विनय के साथ-साथ कंपनी के निदेशक अजीत पांडेय को भी गिरफ्तार किया गया था। अब दोनों को लखनऊ बेंच से जमानत मिल गई है।
ईडी की छापेमारी, कई दस्तावेज जब्त
गिरफ्तारी से पहले ईडी ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज और उससे जुड़ी कंपनियों के कुल 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी। यह छापे लखनऊ, नोएडा, गोरखपुर, दिल्ली और मुंबई में मारे गए थे। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए। यहां तक कि दो कार्यालयों को सील भी किया गया। जांच के क्रम में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त कर ली थी।
सपा ने बताया न्याय की जीत
Vinay Shankar Tiwari की जमानत पर समाजवादी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है। सपा नेता आईपी सिंह ने सोशल मीडिया पर “सत्यमेव जयते” लिखते हुए इसे न्याय की जीत बताया। गौरतलब है कि विनय शंकर को लखनऊ स्थित उनके निवास से और अजीत पांडेय को महाराजगंज से गिरफ्तार किया गया था। दोनों को सीबीआई कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया था। अब हाई कोर्ट के फैसले ने इस केस में नया मोड़ ला दिया है।
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