नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। शुक्रवार को एम्स निदेशक कार्यालय में सभी कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि आठ से ज्यादा कर्मचारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।जिसके बाद निर्णय लिया गया है कि एम्स में सभी रूटीन भर्तियां दैनिक कार्यकलाप और गैर जरूरी सर्जरी त्वरित प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए बंद रहेगी।
दिल्ली एम्स में पिछले कुछ दिन में ही 100 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। इनमें डॉक्टरों के अलावा नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और सुरक्षा गार्ड हैं। साथ ही रेजिडेंट डॉक्टरों की संख्या भी काफी अधिक है। न्यू प्राइवेट वार्ड का एक बड़ा हिस्सा एम्स ने कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किया है।
कोरोना मरीजों की तुलना में अस्पताल में भर्ती रोगियों की संख्या कम है लेकिन उससे पहले ही यहां के स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। अब तक 12 अलग अलग अस्पतालों में 465 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से अधिकांश घरों में क्वारंटीन हैं। इस पर दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित नहीं हुए हैं। करीब 90 फीसदी कर्मचारी अस्पतालों से बाहर संक्रमित हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में सबसे अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। बुधवार तक सबसे अधिक एम्स में 55 डॉक्टर और 80 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा गार्ड और पैरामेडिकल के अलावा गैर चिकित्सीय सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों की है। इनके अलावा सफदरजंग अस्पताल में 52 डॉक्टर और 12 नर्स संक्रमित हैं।