Health News : ताली बजाना सिर्फ हमारी खुशी को दिखाने का तरीका नहीं, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसे क्लैपिंग थैरेपी कहते हैं। भारत में भजन, कीर्तन और आरती के दौरान ताली बजाने की परंपरा है, जो सेहत के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद साबित होती है आप इस आसान तरीके अपने कई रोगों से छुटकारा पा सकते हैं ।
clapping therapy कैसे करती है काम
हमारे हाथों में 29 प्रेशर पॉइंट्स होते हैं। इन पॉइंट्स को दबाने से शरीर में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जब हम ताली बजाते हैं, तो यह प्रेशर पॉइंट्स सक्रिय हो जाते हैं और कई बीमारियों से राहत मिलती है।
क्लैपिंग थैरेपी कैसे करें?
थैरेपी के लिए रोज सुबह या रात में सोने से पहले हथेलियों पर नारियल या सरसों का तेल लगाएं। फिर हथेलियों और उंगलियों को हल्के से दबाते हुए ताली बजाएं। रोजाना कुछ मिनट ताली बजाने से शरीर को कई फायदे होते हैं।
ताली बजाने के फायदे
यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाता है।
ताली बजाने से खून का दौरा बेहतर होता है।
यह हृदय रोग और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में मदद करता है।
यह बाल झड़ने और आंखों की समस्याओं में आराम देता है।
बार-बार सर्दी या सिरदर्द से परेशान हैं? ताली बजाना राहत देता है।
ताली बजाने से तनाव और चिंता दूर होती है।
यह पेट से जुड़ी समस्याओं में मदद करता है।
क्यों जरूरी है ताली बजाना?
यह एक आसान और सस्ता तरीका है, जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। न आपको कोई उपकरण चाहिए, न कोई खर्च। इसे कहीं भी, कभी भी किया जा सकता है।ताली बजाना सिर्फ मनोरंजन का जरिया ही नहीं है। यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसे रोजाना की आदत बनाकर आप अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को बेहतर बना सकते हैं।