पूरी दुनिया कोरोना की तीन लहरों का प्रकोप देख चुकी है..ऐसे में अगर चौथी लहर के आने की आंशक की बात की जाए तो शायद हर कोई सहम जाएगा..क्योंकि मौत का जो तांडव तीन लहरों में देखने को मिला उसे फिर से कोई नहीं देखना चाहेगा..
दरअसल IIT कानपुर के प्रोफेसर शलभ ने दावा किया है कि जुलाई के अंतिम सप्ताह तक कोरोना की पीक आने की आशंका है…पूरे देश में रोजाना 90 हजार से एक लाख केस आ सकते हैं…संक्रमण की रफ्तार अगस्त के पहले हफ्ते से कम होने के आसार है…यह आकलन गणित विभाग के विशेषज्ञ प्रोफेसर शलभ ने सांख्यिकी मॉडल के आधार पर दिया है…इससे पहले उन्होंने जो दावे किए थे, वो काफी हद तक सही निकले हैं…इसलिए भी ये आशंका भयभीत कर देने वाली है..
कोरोना प्रोटोकॉल की अनदेखी का असर अब पूरे देश में देखने को मिल सकता है…कोरोना संक्रमण के मामले दिन-ब-दिन बढ़ने लगे हैं। डॉक्टरों और जागरूक लोगों ने कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है…स्कूल, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर मास्क के प्रयोग के साथ ही शारीरिक दूरी के पालन की सलाह दी जा रही है…हालांकि, लोग इन बातों की अनदेखी कर रहे है..
प्रोफेसर शलभ ने कहा कि प्रदेश और देश में स्वास्थ्य विभाग ने सब कुछ लोगों पर छोड़ दिया है.. टेस्टिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है..पूरे देश में कोरोना की टेस्टिंग कम हो गई है.. ज्यादातर संक्रमितों के संपर्क में आए या फिर विदेश में जाने वाले ही जांच करा रहे हैं..अधिकतर मामलों में लक्षण कम ही दिखाई दे रहे हैं…कुछ भी लक्षण नजर आते ही जांच कराना जरूरी है..