Health news : बरसात के मौसम में डेंगू से रहें सावधान जानिए इससे कैसे बचें और क्या है इसका इलाज?

मानसून में डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ता है। सही समय पर लक्षण पहचान कर इलाज करवाएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें। मच्छरों से बचाव ही डेंगू से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।

dengue symptoms and treatment during monsoon season health tips and awareness

Dengue symptoms and treatment during monsoon: मानसून के आते ही जहां लोगों को गर्मी से राहत मिलती है, वहीं कई बीमारियां भी सिर उठाने लगती हैं। इन्हीं में से एक है डेंगू, जो खासतौर पर जुलाई से सितंबर के बीच फैलता है। इस दौरान जगह-जगह पानी भर जाता है और मच्छरों को पनपने का मौका मिल जाता है। डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ पानी में पैदा होता है और दिन के वक्त काटता है। इसलिए इस मौसम में डेंगू से बचाव और सही इलाज की जानकारी होना बहुत जरूरी है।

डेंगू के लक्षण क्या होते हैं?

डेंगू होने पर आमतौर पर दो तरह के लक्षण नजर आते हैं। हल्के और गंभीर। डेंगू के मच्छर के काटने के 4 से 7 दिन बाद ये लक्षण दिखने लगते हैं।
हल्के लक्षणों में शामिल हैं।

तेज बुखार

सिरदर्द

आंखों के पीछे दर्द

जी मिचलाना और उल्टी

स्किन पर लाल रैशेज

गले या गर्दन के पास ग्लैंड्स में सूजन

अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर इलाज कराने से डेंगू कुछ ही दिनों में ठीक हो सकता है।

कब गंभीर हो जाता है डेंगू?

डेंगू तब खतरनाक बन जाता है, जब शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होने लगती है। इस स्थिति को डेंगू हैमरेजिक फीवर कहा जाता है। इसके लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:

पेट में तेज दर्द

बार-बार उल्टी

पेशाब, मल या नाक से खून आना

मसूड़ों से खून

सांस लेने में तकलीफ

बहुत ज्यादा थकावट और चिड़चिड़ापन

ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए।

इलाज में देरी न करें

अगर डेंगू के गंभीर लक्षण दिखें तो घरेलू इलाज करने की गलती न करें। तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और जरूरत हो तो किसी अच्छे नर्सिंग होम या अस्पताल में भर्ती हो जाएं। इलाज सही समय पर शुरू हो जाए तो डेंगू एक-दो हफ्ते में ठीक हो जाता है। ध्यान रखें कि महंगे अस्पताल जाना जरूरी नहीं, अच्छे छोटे अस्पतालों में भी इलाज संभव है।

डेंगू से बचाव के आसान उपाय

घर के आसपास और छत पर पानी इकट्ठा न होने दें

हफ्ते में दो बार कूलर का पानी बदलें

पानी के बर्तनों को ढककर रखें

सोते समय मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें

फुल बाजू के कपड़े पहनें

खिड़की-दरवाजों पर बारीक जाली लगवाएं

Disclaimer:यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।

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