Health Tips: बेसन जिसे हर भारतीय किचन में आसानी से पाया जा सकता है, हमारे खाने का एक अहम हिस्सा है। चाहे वो मिठाई हो या नमकीन, बेसन से बनी चीजें हमें बहुत पसंद आती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल बाजार में नकली बेसन भी बिकता है? और यह हमारी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए जानते हैं कि असली और नकली बेसन के बीच का फर्क कैसे किया जा सकता है।
बेसन में मिलावट क्या होती है?
बाजार में जो बेसन बिकता है, उसमें अक्सर चने के आटे के अलावा सूजी, मटर दाल, चावल पाउडर, मक्के और खेसारी का आटा मिलाया जाता है। ये सभी चीजें सस्ती होती हैं, और यही वजह है कि मिलावट करने वाले इनका इस्तेमाल करते हैं। कभी-कभी तो कुछ लोग बेसन में कृत्रिम रंग भी मिला देते हैं ताकि वो ज्यादा आकर्षक दिखे।
नकली बेसन से क्या हो सकता है नुकसान?
नकली बेसन खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। ये आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है और इससे आपको हो सकते हैं।जोड़ों का दर्द,पेट की समस्याए,शरीर में कमजोरी इसीलिए यह जरूरी है कि आप असली और नकली बेसन में फर्क जानें और हमेशा असली ही खरीदें।
असली और नकली बेसन की पहचान कैसे करें?
हाइड्रोक्लोरिक एसिड टेस्ट
यह तरीका थोड़ा अलग है, लेकिन इससे आप आसानी से पहचान सकते हैं। सबसे पहले, 2 चम्मच बेसन लें और उसमें 2 चम्मच पानी डालकर पेस्ट बना लें।अब इस पेस्ट में 2 चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें।5 मिनट इंतजार करें। अगर बेसन का रंग लाल हो जाए, तो समझ जाइए कि उसमें मिलावट की गई है।
नींबू टेस्ट
नींबू भी इस पहचान में मदद कर सकता है। 2 चम्मच बेसन में 2 चम्मच नींबू का रस डालें। फिर 2 चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें और थोड़ी देर के लिए छोड़ दें।
अगर बेसन का रंग लाल या भूरे रंग में बदल जाए, तो यह मिलावटी बेसन है।
असली बेसन की परख करें
अगली बार जब आप बाजार से बेसन लें, तो ध्यान रखें कि आप असली बेसन ही खरीदें। इन आसान तरीकों से आप नकली बेसन को पहचान सकते हैं और अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं। इसलिए अगली बार जब भी खरीदारी करें, थोड़ी सावधानी बरतें।और सही बेसन परख कर खरीदने की कोशिश करें।