Health Tips: अगर आप थायराइड की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आहार में सावधानी रखना बहुत जरूरी है। खासकर कुछ ऐसे फूड्स हैं, जिन्हें गोइट्रोजेनिक फूड्स कहा जाता है, और ये आपके थायराइड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं ऐसे फूड्स के बारे में, जिन्हें आपको सावधानी से खाना चाहिए।
गोइट्रोजन फूड्स से बचें
गोइट्रोजेन वह पदार्थ होते हैं जो आपके थायराइड हार्मोन के उत्पादन को रोक सकते हैं और थायराइड की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। तो ऐसे फूड्स से थोड़ा परहेज करना जरूरी है।
मूंगफली
मूंगफली और मूंगफली के बटर में मौजूद गोइट्रोजेन थायराइड की सामान्य कार्यप्रणाली में हस्तक्षेप कर सकते हैं। अधिक मात्रा में सेवन करने से थायराइड हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे थायराइड की समस्याएँ गंभीर हो सकती हैं।
रागी
रागी आयरन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, परंतु इसमें गोइट्रोजेनिक गुण भी मौजूद हैं। थायराइड रोगियों को रागी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, ताकि हार्मोन के स्तर पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
बादाम
बादाम में सेलेनियम मैग्नीशियम जैसे और पोषक तत्व होते हैं, जो थायराइड के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हालांकि, अत्यधिक सेवन में बादाम के गोइट्रोजेनिक प्रभाव से थायराइड हार्मोन का उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
सोयाबीन
सोया प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत है, लेकिन इसमें गोइट्रोजेन होते हैं जो थायराइड ग्रंथि के कार्य में बाधा डाल सकते हैं। थायराइड से पीड़ित मरीजों को सोया उत्पादों का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है।
गेहूं
गेहूं में मौजूद ग्लूटेन, विशेषकर ऑटोइम्यून हाइपोथायरायडिज्म के मरीजों में सूजन और हार्मोन असंतुलन को बढ़ावा दे सकता है। ऐसे रोगियों के लिए ग्लूटेन फ्री विकल्प अपनाना अधिक लाभकारी हो सकता है।
थोड़ी सी सावधानी से सेहत का खयाल
थायराइड के मरीजों को इन खाद्य पदार्थों से बचकर अपनी डाइट को संतुलित रखना चाहिए। हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लेकर आहार में बदलाव करें, ताकि थायराइड के लक्षणों को सही तरीके से नियंत्रित किया जा सके। थोड़ी सी सावधानी से आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते है।