Fructose as a silent killer for diabetes : मधुमेह (डायबिटीज) आजकल एक बहुत बढ़ती हुई बीमारी बन चुकी है। लोग अक्सर चीनी और मैदा को इसका मुख्य कारण मानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा फूड भी है, जो इन दोनों से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है? यह फूड है ‘फ्रक्टोज़’ (Fructose), जो खासकर प्रोसेस्ड फूड और हाई फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप (HFCS) में पाया जाता है।
फ्रक्टोज़ क्यों है खतरनाक?
लिवर पर दबाव
फ्रक्टोज़ को लिवर में प्रोसेस किया जाता है।
ज्यादा मात्रा में फ्रक्टोज़ लेने से लिवर पर दबाव बढ़ता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या हो सकती है और यह आगे चलकर लिवर सिरोसिस का रूप ले सकता है।
इंसुलिन रेसिस्टेंस
फ्रक्टोज़ इंसुलिन रेसिस्टेंस को बढ़ाता है, जो डायबिटीज का मुख्य कारण है।
इसका मतलब है कि शरीर इंसुलिन को सही से उपयोग नहीं कर पाता, और ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
मोटापा
फ्रक्टोज़ शरीर में वसा के रूप में जमा होता है, खासकर पेट की चर्बी के रूप में, जिससे मोटापा और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम
फ्रक्टोज़ के अत्यधिक सेवन से मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां शामिल हैं।
चीनी और मैदा से तुलना
चीनी
सफेद चीनी में 50% ग्लूकोज और 50% फ्रक्टोज़ होता है, जिससे यह भी हानिकारक हो सकती है।
मैदा
मैदा जल्दी ग्लूकोज में बदल जाता है, लेकिन इसका प्रभाव फ्रक्टोज़ जितना गंभीर नहीं होता।
फ्रक्टोज़ और चीनी में मुख्य अंतर
फ्रक्टोज़ सीधे लिवर को प्रभावित करता है, जबकि चीनी और मैदा का असर मुख्य रूप से ब्लड ग्लूकोज पर पड़ता है। यह मुख्य अंतर है, जिससे फ्रक्टोज़ ज्यादा खतरनाक बनता है।
फ्रक्टोज़ से बचने के उपाय
कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस, प्रोसेस्ड स्नैक्स और मिठाइयां जैसे फूड्स से बचें।
हेल्थी विकल्प किया हैं
प्राकृतिक फल खाएं क्योंकि इनमें फ्रक्टोज़ फाइबर के साथ आता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
ताजा और घर का बना खाना खाएं
शहद और गुड़ का सीमित मात्रा में उपयोग करें।
क्यों फ्रक्टोज़ है खतरनाक?
फ्रक्टोज़, खासकर HFCS, एक ‘साइलेंट किलर’ की तरह काम करता है। यह धीरे-धीरे शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचाता है और कई बीमारियों को जन्म देता है। इसलिए, स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, सही आहार और दिनचर्या से हम इन समस्याओं से बच सकते हैं। फल, ताजा खाना और शहद जैसे स्वस्थ विकल्प इसे नियंत्रित कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर यहां दी गई जानकारियों का हम दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है अपने विवेक का उपयोग करें।