Health tips: कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है। ये ना सिर्फ हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत करता है, बल्कि मांसपेशियों और नसों को भी सही से काम करने में मदद करता है। जब शरीर में कैल्शियम की कमी होती है, तो हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अच्छे की बात ये है कि अगर हम जल्दी पहचान लें, तो इसे ठीक किया जा सकता है।
मांसपेशियों में क्रैम्प्स और दर्द
कैल्शियम की कमी से सबसे आम लक्षण मांसपेशियों में क्रैम्प्स और दर्द होते हैं। यह दर्द खासकर हाथों और पैरों में होता है और शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। जब शरीर में कैल्शियम की कमी होती है, तो मांसपेशियां सही से काम नहीं कर पातीं, जिससे अचानक क्रैम्प्स और दर्द होने लगते हैं।
हड्डियों का कमजोर होना
कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो सकती हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। यह समस्या विशेष रूप से महिलाओं में मेनोपॉज के बाद ज्यादा देखी जाती है। कमजोर हड्डियों का असर चलने-फिरने में भी दिखता है, और कभी-कभी मामूली चोट लगने पर हड्डियां टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
थकान और कमजोरी
अगर आप बिना ज्यादा मेहनत किए भी जल्दी थक जाते हैं या शरीर में कमजोरी महसूस होती है, तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।जब इसका स्तर कम हो जाता है, तो शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है और थकावट जल्दी महसूस होने लगती है।
कैल्शियम की कमी से बचने के आसान उपाय
विटामिन डी का सेवन करें
धूप में समय बिताना विटामिन डी प्राप्त करने का सबसे प्राकृतिक तरीका है। सुबह या शाम के समय 15-20 मिनट धूप में बैठना फायदेमंद होता है। इसके अलावा, अंडे की जर्दी, मछली का तेल, मशरूम और फोर्टिफाइड फूड्स भी विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।
व्यायाम करें
दिन में कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करने की आदत डालें।योगासन जैसे वृक्षासन, त्रिकोणासन और ताड़ासन हड्डियों और मांसपेशियों के लिए लाभकारी हैं।घर में हल्की फिजिकल एक्टिविटी जैसे सीढ़ियां चढ़ना-उतरना या टहलना भी फायदेमंद होता है।
डॉक्टर से सलाह लें
अगर कैल्शियम की कमी के लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कैल्शियम और विटामिन डी के लिए ब्लड टेस्ट करवाएं और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स लें। क