Paralysis: Causes and Immediate Remedies,लकवा यानी पैरालिसिस एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसमें इंसान के शरीर का कोई हिस्सा या पूरा शरीर चलना-फिरना बंद कर देता है। यह स्थिति अस्थायी भी हो सकती है और स्थायी भी। इसका मुख्य कारण होता है मस्तिष्क में खून का बहाव रुकना, नसों पर दबाव आना या सिर में कोई गहरी चोट लगना। अगर लकवे का अटैक अचानक आता है, तो कुछ जरूरी कदम उठाकर आप स्थिति को नियंत्रण में ला सकते हैं और किसी बड़ी परेशानी से बच सकते हैं।
लकवा आने पर तुरंत अपनाएं ये उपाय
फौरन मेडिकल सहायता लें,अगर किसी को अचानक लकवा का अटैक आ जाए, तो बिना समय गंवाए 112 या नजदीकी आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। समय पर इलाज मिलने से व्यक्ति की हालत गंभीर होने से बच सकती है।
सिर को सीधा रखें,पीड़ित व्यक्ति के सिर को न तो झुकाएं और न ही बहुत ऊपर उठाएं। सिर को सीधा और स्थिर रखने से मस्तिष्क में खून का बहाव ठीक तरह से होता है।
पानी या खाना न दें,लकवा आने के बाद मरीज़ को कुछ भी खाने या पीने को न दें। इससे चीजें गले में फंस सकती हैं और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
हल्की मालिश और प्राणायाम करें,
नियमित रूप से सिर, गर्दन और कंधों की हल्की मालिश करें। साथ ही प्राणायाम करने से खून का दौरा ठीक रहता है, जिससे लकवे का खतरा कम हो सकता है।
शरीर के प्रभावित हिस्से को आराम दें,अगर शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी महसूस हो, तो उस हिस्से को आराम दें। उसे हिलाने की कोशिश न करें, बल्कि हल्के सहारे से स्थिर रखें।
स्ट्रोक के लक्षण पहचानना है जरूरी
स्ट्रोक और लकवे के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं, जैसे,अचानक चेहरे का टेढ़ा होना, बोलने में परेशानी, आंखों के आगे धुंध छा जाना। ऐसे लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
खानपान का रखें ध्यान
ऐसे समय में हल्का और सुपाच्य खाना दें जैसे,दाल, खिचड़ी, या सूप। इससे पाचन ठीक रहता है और शरीर पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता।
आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय
आंवला,यह नसों को मज़बूत बनाता है और खून का बहाव बेहतर करता है।
हल्दी, इसके सूजन कम करने वाले गुण लकवे में राहत दिला सकते हैं।
ब्राम्ही,मानसिक तनाव कम करने और नसों को शांत रखने में सहायक है।
अश्वगंधा, यह हर्ब शरीर को ऊर्जा और ताकत देता है।
ध्यान और योग का असर
ध्यान और योग मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। रोजाना योग और ध्यान करने से शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं और लकवे जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
समय रहते इलाज है सबसे जरूरी
लकवा आने के तुरंत बाद अगर समय रहते इलाज मिल जाए, तो इसके प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसलिए किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.