Poison Expiry : जब हम बाजार से कोई खाने-पीने की चीज या दवाइयां खरीदते हैं, तो अक्सर उनकी एक्सपायरी डेट चेक करते हैं, अगर कोई चीज एक्सपायर हो चुकी होती है या जल्दी एक्सपायर होने वाली होती है, तो हम उसे खरीदने से बचते हैं, क्योंकि ऐसी चीजों का सेवन करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
क्या एक्सपायर होने के बाद जहर ज्यादा खतरनाक हो जाता है ?
यही बात दवाइयों के बारे में भी लागू होती है। दवाओं और जहर के बनाने की प्रक्रिया में समानता है, क्योंकि दोनों रासायनिक संयोजन होते हैं। लेकिन क्या जहर भी एक्सपायर होता है? और क्या एक्सपायर होने के बाद जहर अधिक खतरनाक हो जाता है या उसका असर कम हो जाता है? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है।
जहर और दवाएं दोनों रासायनिक मिश्रण होते हैं, लेकिन जहर के प्रकार अलग-अलग होते हैं और इनका प्रभाव भी अलग-अलग होता है। जहर का एक्सपायर होना इस बात पर निर्भर करता है कि वह किन रसायनों से मिलकर बना है। अगर किसी रसायन की क्रियाशीलता कुछ समय बाद कम हो जाती है, तो इसका असर जहर पर भी पड़ सकता है।
एक्सपायर होने के बाद जहर का असर कम हो सकता है या बढ़ सकता है, यह जहर के प्रकार और उसमें मिले रसायनों पर निर्भर करता है। कुछ रसायन समय के साथ निष्क्रिय हो सकते हैं, जिससे जहर की जहरीलापन में कमी आ सकती है। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि सभी जहर एक्सपायर होने के बाद असर करना बंद कर देते हैं। कभी-कभी, इन रसायनों के रिएक्शन के कारण जहर और भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए यह कहना सही होगा कि जहर की प्रभाविता उसके रसायन और उसकी एक्सपायरी पर निर्भर करती है।