Summer Health Tips: गर्मियों का मौसम हर किसी पर अलग असर डालता है। जहां कुछ लोग इसे सामान्य मानते हैं, वहीं कुछ को हल्की गर्मी भी परेशान कर देती है। चलिए जानते हैं इसके पीछे के कारण और उससे बचाव के उपाय।
ज्यादा वजन: शरीर की गर्मी सहने की क्षमता घटाता है
जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, उनका मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और शरीर की कूलिंग प्रोसेस कमजोर पड़ जाती है। मोटे लोगों को पसीना ज्यादा आता है, जिससे उन्हें गर्मी असहनीय लगती है।
उम्र का प्रभाव: बुजुर्ग और बच्चे ज्यादा होते हैं प्रभावित
छोटे बच्चे और बुजुर्गों का शरीर तापमान को नियंत्रित करने में उतना सक्षम नहीं होता। नतीजतन, उन्हें दूसरों के मुकाबले गर्मी ज्यादा महसूस होती है।
दवाइयों का साइड इफेक्ट: गर्मी बढ़ा सकती हैं कुछ दवाएं
हाई ब्लड प्रेशर, मानसिक तनाव या हार्मोन से जुड़ी दवाइयां शरीर के ताप नियंत्रण को प्रभावित कर सकती हैं। इन्हें लेने वाले लोग अक्सर तेज गर्मी में असहज महसूस करते हैं।
स्थान परिवर्तन की वजह: नए मौसम में ढलने में लगता है समय
अगर कोई व्यक्ति ठंडी जगह से गर्म इलाके में आता है तो उसका शरीर तुरंत तापमान में बदलाव को सहन नहीं कर पाता। शुरुआत में गर्मी ज्यादा लगती है, लेकिन धीरे-धीरे शरीर उसमें ढलने लगता है।
डिहाइड्रेशन: शरीर में पानी की कमी से बिगड़ता है बैलेंस
जब शरीर में पानी की कमी होती है तो पसीना निकलना रुक जाता है। इससे शरीर गर्म होने लगता है, जिससे चक्कर आना, थकान और सिरदर्द जैसी समस्याएं होती हैं।
गर्मी से राहत के लिए ये उपाय अपनाएं
दिनभर खूब पानी और हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स जैसे नारियल पानी, नींबू पानी पिएं।
खाने में खीरा, तरबूज, खरबूज जैसे ठंडे फल शामिल करें।
ढीले, हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।
दोपहर में बाहर निकलने से बचें या छाता, टोपी का प्रयोग करें।
मिंट टी, ठंडे पानी में पैर डुबोना और गहरी सांस लेना बॉडी कूलिंग में सहायक होता है।
नियमित हल्की एक्सरसाइज से भी तापमान नियंत्रण में मदद मिलती है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।