Health news:रोहू और कतला, दोनों ही ताजे पानी की बेहद लोकप्रिय मछलियाँ हैं। ये स्वादिष्ट होने के साथ ही पोषण से भरपूर हैं। दोनों के फायदे और पोषक तत्व लगभग समान हैं, लेकिन कुछ अंतर इनके गुणों में नजर आते हैं। आइए, इन मछलियों की तुलना करते हैं और समझते हैं कि आपके लिए कौन सी ज्यादा फायदेमंद है।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत
रोहू और कतला दोनों मछलियाँ प्रोटीन से भरपूर होती हैं। प्रोटीन हमारे शरीर के विकास के लिए जरूरी है। हालांकि, कतला में प्रोटीन की मात्रा थोड़ी ज्यादा होती है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने और ऊर्जा देने में मदद करती है।
विटामिन और खनिज की तुलना
रोहू मछली विटामिन B12, विटामिन D और आयोडीन का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों और नर्वस सिस्टम के लिए फायदेमंद है। दूसरी ओर, कतला में भी ये पोषक तत्व मौजूद हैं, लेकिन रोहू की तुलना में इसमें कैल्शियम और आयोडीन की मात्रा कम होती है।
दिल की सेहत के लिए बढ़िया
दोनों मछलियाँ दिल की बीमारियों के खतरे को कम करती हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड की वजह से ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मददगार हैं। कतला में यह गुण थोड़ा ज्यादा होता है, जो इसे हृदय रोगियों के लिए बेहतर विकल्प बनाता है।
पाचन में सहायक
रोहू और कतला दोनों ही मछली का मांस नरम होता है, जिसे पचाना आसान होता है। खासतौर पर रोहू में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है।
वजन घटाने में मददगार
दोनों मछलियाँ कम कैलोरी वाली होती हैं, जिससे ये वजन घटाने के लिए सही विकल्प हैं। रोहू मछली में वसा कम होती है, इसलिए यह वजन घटाने में ज्यादा फायदेमंद है। वहीं, कतला थोड़ी ज्यादा ऊर्जा देती है, जो इसे एक्टिव लाइफस्टाइल वालों के लिए बेहतर बनाती है।
हड्डियों की मजबूती
रोहू मछली में कैल्शियम और विटामिन D अधिक होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। यह शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में भी मदद करता है। कतला में भी ये पोषक तत्व होते हैं, लेकिन उनकी मात्रा थोड़ी कम होती है।
कौन सी मछली खाएं?
अगर आप मांसपेशियों और दिल की सेहत पर ध्यान देना चाहते हैं, तो कतला मछली आपके लिए सही है। लेकिन अगर पाचन, वजन घटाने और हड्डियों की मजबूती चाहते हैं तो रोहू आपके लिए बेहतर रहेगी।