Vitamin D benefits for children : विटामिन डी बच्चों के सही विकास के लिए बहुत जरूरी है। आमतौर पर माना जाता है कि रोजाना धूप में कुछ समय बिताने से बच्चों को पर्याप्त विटामिन डी मिल जाएगा। लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है। सूरज की रोशनी विटामिन डी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, लेकिन इसके अलावा भी कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
विटामिन डी को प्रभावित करने वाले कारण
त्वचा का रंग
गहरे रंग की त्वचा वाले बच्चों को विटामिन डी बनाने में अधिक समय लगता है। बनिस्बत हल्के रंग की त्वचा वालों के
मौसम
सर्दियों के दिनों में धूप कम मिलती है, जिससे विटामिन डी का स्तर गिर सकता है।
पर्यावरण प्रदूषण
प्रदूषण सूर्य की किरणों को रोकता है, जिससे त्वचा विटामिन डी कम बना पाती है।
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के आसान तरीके
सप्लीमेंट्स का उपयोग करें
ड्रॉप्स और टैबलेट्स
छोटे बच्चों के लिए विटामिन डी ड्रॉप्स और बड़े बच्चों के लिए च्यूएबल टैबलेट्स एक अच्छा विकल्प हैं।
डॉक्टर से सलाह लें
सप्लीमेंट शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
संतुलित आहार अपनाएं
डेरी उत्पाद और अन्य स्रोत: दूध, दही, पनीर जैसे डेरी प्रोडक्ट्स के साथ अनाज और फोर्टिफाइड जूस अच्छे विकल्प हैं।
महीने के बाद शुरू करें
जब बच्चा 6 महीने का हो जाए, तो उसे सॉलिड और लिक्विड आहार में शामिल करें।
सूरज की रोशनी का सही इस्तेमाल करें
सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच धूप में 10-15 मिनट तक बैठना फायदेमंद हो सकता है।
विटामिन डी क्यों जरूरी हैं
यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स (हड्डियों के कमजोर होने की बीमारी) और बड़ों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
बच्चों की सेहत का रखें खास ख्याल
बच्चों में विटामिन डी की कमी एक गंभीर समस्या बन सकती है। इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि वे इसे सही मात्रा में प्राप्त करें। सप्लीमेंट्स, आहार और सूरज की रोशनी का सही तालमेल बनाएं। अगर आपको कोई संदेह हो, तो आपको बच्चो के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
Disclaimer-यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लेकर बच्चों की विटामिन डी की जरूरतें पूरी करें।