Weight Loss Seeds Remedy : अगर आपने वज़न घटाने के लिए डाइटिंग, एक्सरसाइज और सप्लीमेंट सब कुछ आज़मा लिया है लेकिन नतीजे नहीं मिल रहे, तो ये घरेलू नुस्खा आपके बहुत काम आ सकता है। आयुर्वेद में कई ऐसी चीजें बताई गई हैं जो पेट की चर्बी को पिघलाने में असरदार होती हैं। ऐसा ही एक नुस्खा है 4 बीजों का चूर्ण जो रोज़ाना सेवन करने से तोंद को अंदर खींच सकता है।
ये उपाय बताया है हेल्थ एक्सपर्ट ने, जिसमें अजवाइन, सौंफ, जीरा और मेथी का पाउडर मिलाकर बनाया जाता है। इन बीजों को भूनकर चूर्ण बनाना बहुत आसान है और इसका असर मात्र 15 दिन में दिखने लगता है।
कौन-कौन से बीज इस्तेमाल होंगे?
अजवाइन – पेट की सफाई और पाचन में मदद करती है। इसमें मौजूद थाइमोल मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और चर्बी घटाता है।
सौंफ – इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो भूख कम करते हैं और ओवरईटिंग से बचाते हैं।
जीरा – मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है, पाचन को बेहतर करता है और शरीर की फैट बर्निंग स्पीड को तेज करता है।
मेथी दाना – सॉल्युबल फाइबर से भरपूर होने के कारण यह लंबे समय तक पेट भरा रखता है और खासतौर पर पेट की चर्बी घटाने में असरदार है।
चूर्ण बनाने और सेवन करने का सही तरीका
चारों बीज बराबर मात्रा में लें (जैसे 2-2 चम्मच)।
धीमी आंच पर तवे पर एक-एक करके भून लें जब तक हल्की खुशबू ना आने लगे।
इन्हें ठंडा करके मिक्सी में बारीक पीस लें।
तैयार पाउडर को किसी एयरटाइट डिब्बे में रख लें।
रोज़ाना एक चम्मच पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाएं।
इसमें थोड़ा काला नमक और कुछ बूंदें नींबू रस की डालें और पिएं।
इसे सुबह खाली पेट, दोपहर या रात के खाने के पहले/बाद लिया जा सकता है।
बेहतर परिणाम के लिए ध्यान रखें ये बातें
इस चूर्ण को नियमित रूप से कम से कम 15-20 दिन तक इस्तेमाल करें।
हर दिन 30 मिनट की हल्की एक्सरसाइज या वॉक जरूर करें।
जंक फूड, चीनी और तली-भुनी चीजों से दूरी बनाएं।
भरपूर नींद लें और तनाव से दूर रहें।
फाइबर युक्त खाना जैसे सलाद, फल, सब्जियां खाएं।
किन लोगों को सावधानी रखनी चाहिए?
अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं, तो इस नुस्खे को ना अपनाएं। अजवाइन और मेथी कुछ मामलों में नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपको डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही यह पाउडर इस्तेमाल करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है। यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।