Ginger Monkey proverb: ठंड के मौसम में अदरक वाली चाय का मजा ही कुछ और होता है लेकिन अदरक को देख कर एक और बात याद आती एक मुहावरा ये मुहावरा तो हम सब ने सुना होगा कि बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद लेकिन कभी सोचा है किसी ने की इसका मतलब क्या होता है। आखिर बंदर से भला अदरक का क्या ताल्लुक आइए आज गौर करते है इस मुहावरे पर और जानते है इसका मतलब।
इस मुहावरे का मतलब
इस माशूह मुहावरे को हम आम तौर पर अपनी रोजमर्रा की बातचीत में न जाने कितनी बार बोलते हैं, जिसका मतलब है कि अज्ञानी व्यक्ति गुणों से भरी चीजों की कदर नहीं करते।जिसके पास ज्ञान न हो उसकी भी भी कीमती गुणों वाली चीज से दे दो पर उसको कदर नहीं होती।इस मुहावरे के पीछे की कहानी बेहद सिंपल है,जिंदगी में ज्ञान लेना बहुत आवश्यक है।
अदरक है अमृत के सामान
अदरक में कई पोषक तत्व होते हैं और इसी वजह से आयुर्वेद में अदरक को अमृत के समान माना जाता है. अदरक में कैल्शियम, आयरन के साथ अन्य खनिज तत्व होते हैं. अदरक खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है. अगर उल्टी लगी हो तो अदरक खाने से आराम मिलता है.
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हर मर्ज की दवा है अदरक
अदरक खाने से वजन कम करने में मदद मिलती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।अदरक खाने से थकान दूर होती है और संक्रमण से लड़ने में भी मदद मिलती है. विशेषज्ञों के अनुसार अदरक खाने से हृदय संबंधी समस्याओं की संभावना कम होती है।और गठिया के दर्द में आराम मिलता है।
आयुर्वेद में अदरक का असर लाजवाब
आयुर्वेद के अनुसार यदि कई दिनों से खांसी आपका पीछा नहीं छोड़ रही है तो अदरक की चाय या नमक के साथ अदरक को चाटने से गले में आराम मिलता है। पीरियड्स के दर्द से परेशान लड़कियां अदरक को गर्म पानी या चाय के साथ सेवन कर दर्द में राहत पा सकती हैं। सर्दी और जुकाम के लिए भी अदरक को रामबाण माना