Russia-Ukraine: रूस की बार-बार दी जा रही चेतावनी के बावजूद फिनलैंड ने नाटो में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. जिससे पुतिन का पारा हाई हो गया है. क्रैमलिन ने फिनलैंड को अंजाम भुगतने की वॉर्निंग दे दी है और इससे इस बात का खतरा मंडराने लगा है कि यूक्रेन की तरह फिनलैंड अब यूरोप में नया वॉर फ्रंट खुल सकता है.
कयास लगाए जा रहे हैं कि जून तक फिनलैंड और स्वीडन NATO में शामिल हो सकते हैं. लेकिन रूस के आक्रामक तेवरों को देख ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या यूक्रेन के बाद अब फिनलैंड और स्वीडन का नंबर है. क्या NATO में शामिल होने की जिद स्वीडन और फिनलैंड को भी जंग में खींच लाएगी. क्या रूस इन दोनों देशों का हश्र भी यूक्रेन जैसा कर देगा…इस बीच खबर ये भी है की रूस फिनलैंड को गैस सप्लाई भी बंद कर सकता है.
क्योंकि NATO की मेंबरशिप लेने की यूक्रेन की जिद ही रूस के साथ जंग की वजह बनी..पिछले साल यूक्रेन ने भी नाटो में शामिल होने की घोषणा की थी.जिसके चलते रूस के साथ एक लंबे तनाव के बाद 24 फरवरी से यूक्रेन में भीषण युद्ध की शुरुआत हो गई और आज ढाई महीने बाद यूक्रेन की क्या हालत हो गई है.ये पूरी दुनिया के सामने है..और अब फिनलैंड और स्वीडन की NATO में शामिल होने की जिद से रूस आग बबूला है.
(BY: VANSHIKA SINGH)