Hindenburg Shuts Down Relief for Adani Group अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को लेकर बड़ी खबर आई है। फर्म के फाउंडर नाथन एंडरसन ने इसे बंद करने का ऐलान कर दिया। इस खबर से अडानी ग्रुप में खुशी की लहर दौड़ गई है। ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कितने गाज़ी आए, कितने गाज़ी गए। यह बयान अडानी ग्रुप की जीत के तौर पर देखा जा रहा है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट्स ने न सिर्फ अडानी ग्रुप बल्कि वैश्विक बाजारों में भी हंगामा मचाया था। 2023 में इस फर्म ने गौतम अडानी और उनकी कंपनियों पर धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लगाए थे। इन रिपोर्ट्स से अडानी ग्रुप को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था। गौतम अडानी, जो उस समय दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति थे, की संपत्ति में भारी गिरावट आई थी।
नाथन एंडरसन ने क्या कहा
नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए भावुकता से अपने फैसले की जानकारी दी। उन्होंने लिखा,
हिंडनबर्ग रिसर्च शुरू करना मेरा सपना था। मुझे नहीं पता था कि यह सफर कहां तक जाएगा। हमने अपने काम के जरिए लगभग 100 लोगों पर आपराधिक आरोप लगवाए हैं, जिनमें अरबपति भी शामिल हैं। लेकिन अब मैंने इस फर्म को बंद करने का फैसला लिया है।
अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया
अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी ने सोशल मीडिया पर चुटकी लेते हुए लिखा, कितने गाज़ी आए, कितने गाज़ी गए। उनका यह बयान साफ दिखाता है कि हिंडनबर्ग के बंद होने से अडानी ग्रुप काफी खुश है। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई।
करोड़ों का हुआ नुकसान
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट्स का अडानी ग्रुप पर गहरा असर पड़ा। रिपोर्ट्स के कारण ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट हुई। इससे अडानी ग्रुप को अरबों का नुकसान हुआ। हालांकि, अब फर्म के बंद होने से अडानी ग्रुप को राहत मिली है।
हिंडनबर्ग का सफर
Hindenburgने अपनी शुरुआत के बाद कई बड़े नामों को निशाना बनाया। फर्म का उद्देश्य कंपनियों में हो रही गड़बड़ियों को उजागर करना था। लेकिन फाउंडर एंडरसन ने बताया कि फर्म को चलाना आसान नहीं था। उनके अनुसार, यह फैसला उनके लिए भावनात्मक था लेकिन जरूरी भी।
अब आगे क्या होगा
हिंडनबर्ग के बंद होने के बाद अडानी ग्रुप को नई शुरुआत करने का मौका मिलेगा। वहीं, अन्य कंपनियों को भी राहत मिल सकती है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने यह दिखाया कि एक रिपोर्ट का कितना बड़ा असर हो सकता है।अब फर्म के बंद होने से अदाणी ग्रुप को राहत मिलेगी।