सोमवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपये की स्थिति में सुधार देखा गया। डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे मजबूत होकर 85.44 के स्तर पर पहुंच गया। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.48 के भाव पर खुला था, जो बाद में और सुधरकर 85.44 पर आ गया।
फॉरेक्स ट्रेडर्स के मुताबिक, अमेरिकी डॉलर विदेशी बाजारों में कमजोर हुआ है और अब यह 97 के करीब कारोबार कर रहा है। इस बीच क्रूड ऑयल की कीमतों में भी नरमी देखी जा रही है, जिससे रुपये को मजबूती मिली है।
मिडिल ईस्ट में शांति, तेल बाजार को राहत
मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच तनाव कम होने और संघर्षविराम की खबरों ने अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार को राहत दी है। इस कारण ओपेक प्लस (OPEC+) देशों से अगस्त में तेल की आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड, जो कि अंतरराष्ट्रीय मानक माने जाने वाला तेल है, उसकी कीमत 0.18 फीसदी गिरकर 67.65 डॉलर प्रति बैरल रह गई। इससे भारत जैसे तेल आयातक देशों को राहत मिली है और रुपये पर इसका सकारात्मक असर पड़ा है।
डॉलर की गिरावट और एफआईआई की खरीद
अमेरिकी डॉलर की मांग में भी कमी आई है, जिसके चलते डॉलर की कीमत घटकर 97.25 रह गई। डॉलर इंडेक्स, जो 6 प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति दर्शाता है, उसमें 0.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं विदेशी निवेशकों (FII) ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में अच्छी-खासी खरीदारी की। उन्होंने कुल 1,397.02 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे घरेलू बाजार को भी मजबूती मिली।
शेयर बाजार में गिरावट, पर रुपया मजबूत
हालांकि, सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 249.03 अंक गिरकर 83,809.87 पर पहुंचा, वहीं निफ्टी 66.90 अंक टूटकर 25,570.90 पर आ गया। लेकिन रुपये की मजबूती इस गिरावट के बीच एक सकारात्मक संकेत रहा।
शुक्रवार को रुपया 85.50 पर बंद हुआ था, जबकि सोमवार को 85.44 पर खुलना यह दिखाता है कि रुपये में 6 पैसे की मजबूती आई है।