Israel : हाल ही में ईरान ने इजरायल पर 180 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। यह हमला सीधे तौर पर ईरान की धरती से किया गया और इजरायल के कई हिस्सों को निशाना बनाया गया, जिनमें देश के मध्य और दक्षिणी क्षेत्र शामिल हैं। अधिकांश मिसाइलों को इजरायल और अमेरिका के संयुक्त रक्षात्मक प्रणाली द्वारा रोक दिया गया, जिससे बड़े पैमाने पर तबाही टाली जा सकी। इजरायली अधिकारियों ने इसे एक “खतरनाक उकसावा” कहा और ईरान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.
अमेरिका भी इस संघर्ष में कूद चुका है और अपनी पूरी ताकत के साथ इजरायल का समर्थन कर रहा है। इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री ने कहा कि वे इस आक्रामकता का कड़ा जवाब देंगे।
भारत के साथ कैसे हैं ईरान के रिश्ते
भारत और ईरान के कारोबारी रिश्तों में पिछले कुछ वर्षों में गिरावट दर्ज की गई है। 2022-23 के दौरान, ईरान भारत का 59वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा, और दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 2.33 अरब डॉलर तक पहुंचा। यह आंकड़ा 2021-22 में 1.94 अरब डॉलर था। इससे पहले के वर्षों में भी भारत और ईरान के व्यापारिक संबंध इसी स्तर के आसपास रहे हैं।
भारत के साथ कैसे हैं इजरायल के रिश्ते
भारत और इजरायल के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद व्यापारिक गतिविधियों में काफी वृद्धि हुई। 2022-23 के वित्तीय वर्ष में, दोनों देशों के बीच व्यापार 10.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें रक्षा व्यापार शामिल नहीं था। जब 1992 में व्यापारिक संबंधों की शुरुआत हुई थी, तब यह आंकड़ा केवल 200 मिलियन डॉलर था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 2022-23 में भारत ने इजरायल को 8.45 बिलियन डॉलर का निर्यात किया, जबकि इजरायल से 2.3 बिलियन डॉलर का आयात किया गया। 2023-24 के शुरुआती 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) में दोनों देशों के बीच व्यापार 5.75 अरब डॉलर रहा।