Spain Villena Treasure : स्पेन के एलिकांटे प्रांत में स्थित विलेना खजाने से जुड़ी एक अद्वितीय और रहस्यमयी खोज ने पुरातत्व जगत को चौंका दिया है। इस प्राचीन खजाने में दो धातु की वस्तुएं — एक कंगन और एक गोल आकार की आभूषण — प्राप्त हुई हैं, जो पहली नजर में लोहे की बनी प्रतीत होती हैं। हालांकि, वैज्ञानिक विश्लेषण से यह सामने आया है कि ये वस्तुएं सामान्य लौह धातु से नहीं, बल्कि उल्कापिंड से प्राप्त दुर्लभ धातु से निर्मित हैं।
इस धातु में उच्च मात्रा में निकेल पाया गया है, जो इसे पृथ्वी की पारंपरिक धातुओं से अलग बनाता है। निकेल की यह अधिकता इस बात का संकेत है कि यह सामग्री अंतरिक्ष से पृथ्वी पर गिरे किसी उल्कापिंड की है। इन कलाकृतियों की अनुमानित आयु 1400 से 1200 ईसा पूर्व के बीच की मानी जा रही है, जो इबेरियन लौह युग की शुरुआत से लगभग पांच शताब्दी पहले की है।
खोज से क्या मिलता है संकेत ?
इस खोज से यह संकेत मिलता है कि प्राचीन इबेरियाई सभ्यता उल्कापिंड की धातु से न केवल परिचित थी, बल्कि उन्होंने इसका धार्मिक या सांस्कृतिक रूप से विशेष महत्व भी समझा और उसे कलात्मक रूप देकर गहनों में परिवर्तित किया। यह इस बात का प्रमाण है कि वे लोग धातु को पहचानने और उसे तराशने की अत्यंत प्रारंभिक तकनीक में भी निपुण थे। यह खोज प्राचीन धातुकर्म (मेटलरजी) के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ती है और यह बताती है कि उस काल के लोग केवल पृथ्वी की सीमाओं तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि अंतरिक्ष से प्राप्त तत्वों को भी अपनी संस्कृति में शामिल कर चुके थे।
खजाने में मिला उल्कापिंड से बना प्राचीन शिल्प
इतिहास में अन्य संस्कृतियों में भी उल्कापिंड से बनी वस्तुएं देखने को मिलती हैं, जैसे मिस्र के तूतनखामेन का प्रसिद्ध खंजर, या फिर प्राचीन चीन और मेसोपोटामिया की हथियारों में उल्कापिंड धातु का उपयोग। इसी प्रकार, विलेना खजाने की यह खोज यह दर्शाती है कि प्राचीन स्पेनी समाजों में भी उल्कापिंड से प्राप्त धातु को अत्यंत मूल्यवान माना जाता था — संभवतः इसका प्रयोग धार्मिक अनुष्ठानों में या उच्च वर्ग के प्रतीक के रूप में होता रहा होगा।
यह भी पढ़ें : कालकाजी में बुलडोजर का कहर, 1200 झुग्गियों पर चली कार्रवाई, सैकड़ों बेघर…
इस अभूतपूर्व खोज की पुष्टि अत्याधुनिक तकनीक ‘मास स्पेक्ट्रोमेट्री’ के माध्यम से की गई, जिससे बिना किसी नुकसान के इन वस्तुओं की धात्विक संरचना का विश्लेषण किया जा सका। यह अध्ययन स्पेन के राष्ट्रीय पुरातत्व संग्रहालय के प्रमुख विशेषज्ञ साल्वाडोर रोविरा-लोरेंस के निर्देशन में हुआ और प्रतिष्ठित जर्नल Trabajos de Prehistoria में प्रकाशित किया गया। यह न केवल अतीत को समझने में मदद करेगा, बल्कि भविष्य में अन्य पुरातात्विक धातु कलाकृतियों के मूल्यांकन के लिए भी एक वैज्ञानिक मॉडल प्रदान करता है।