Myanmar earthquake: म्यांमार में भूकंप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को एक और भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.1 मापी गई। इस झटके के बाद कई इलाकों में दहशत फैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आए। खासकर राजधानी नेपीडॉ और आसपास के क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रभाव देखा गया। यह भूकंप शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद आया है, जिसने हजार से अधिक लोगों की जान ले ली थी और हजारों लोग घायल हुए थे। लगातार आ रहे झटकों से लोग सहमे हुए हैं और प्रशासन अलर्ट पर है। भारत ने भी मदद का हाथ बढ़ाते हुए राहत और बचाव कार्यों के लिए मदद भेजी है।
भूकंप के लगातार झटकों से दहशत
शनिवार दोपहर 2:50 बजे (IST) आए भूकंप के झटके राजधानी नेपीडॉ और आसपास के इलाकों में महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इसका केंद्र नेपीडॉ के पास था और गहराई 10 किलोमीटर मापी गई। शुक्रवार को 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद से लगातार झटके महसूस किए जा रहे हैं, जिससे आम जनता में दहशत का माहौल बना हुआ है।
Myanmar मीडिया के अनुसार, पिछले 24 घंटों में तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, शुक्रवार रात 11:56 बजे एक और झटका दर्ज किया गया, जिसकी तीव्रता 4.2 थी। विशेषज्ञों का कहना है कि इन झटकों का सिलसिला कुछ दिनों तक जारी रह सकता है, जिससे और नुकसान की आशंका बनी हुई है।
भूकंप से अब तक कितना नुकसान?
Myanmar मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को आए भूकंप में अब तक 1002 लोगों की मौत हो चुकी है और 1670 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसके अलावा, हजारों मकान ढह गए हैं और कई बौद्ध स्तूप, सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई इलाकों में बिजली और संचार सेवाएं बाधित हो गई हैं।
प्रमुख नुकसान:
- 1002 लोगों की मौत, 1670 से अधिक घायल
- सैकड़ों इमारतें और धार्मिक स्थल नष्ट
- सड़कों और पुलों को भारी क्षति
- बिजली और संचार सेवाओं पर असर
अफगानिस्तान में भी शनिवार सुबह 5:16 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मापी गई। हालांकि, वहां अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
Myanmar में विनाशकारी भूकंप के बाद भारत ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सीनियर जनरल एच.ई. मिन आंग ह्लाइंग से बात कर संवेदना प्रकट की और राहत कार्यों के लिए #OperationBrahma के तहत मदद भेजी।
भारत ने आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता और बचाव दल म्यांमार भेजे हैं। भारतीय बचाव दल प्रभावित इलाकों में पहुंचकर राहत कार्यों में जुट गए हैं। इसके अलावा, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी और अन्य स्वयंसेवी संगठनों को भी सहायता के लिए सक्रिय किया गया है।
भारत की मदद:
- #OperationBrahma के तहत राहत दल भेजे गए
- खाद्य सामग्री, दवाएं और मेडिकल टीमें रवाना
- बचाव कार्यों में भारतीय विशेषज्ञ शामिल
भविष्य में और झटकों की आशंका
विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा अभी बना हुआ है। लगातार आ रहे झटकों से संकेत मिलता है कि टेक्टोनिक प्लेट्स में अस्थिरता बनी हुई है, जिससे भविष्य में और भी झटके महसूस हो सकते हैं। म्यांमार प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और इमरजेंसी सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
Myanmar में भूकंप से भारी तबाही मची हुई है। हजार से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और घायलों की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है, जबकि भारत सहित कई देशों ने सहायता का आश्वासन दिया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में और झटके आ सकते हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। इस विनाशकारी आपदा के बीच सबसे बड़ी चुनौती प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की है।