पाकिस्तान में सिख समुदाय की लड़की से जबरन शादी करने पर तंजीमुल उलमा ए इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन नें बड़ा बयान देते हुए इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की है मौलाना शहाबुद्दी ने कहा लालच व जबरन शादी करने की इस्लाम इजाजत नहीं देता। पाकिस्तान में हो रहें गुरुद्वारो और दूसरे मजहब के इबादत गाहो पर हमले करना इस्लाम के खिलाफ हैं। इस्लाम के नाम पर जो लोग ऐसा करते हैं ऐसे लोगो का इस्लाम से कोई वास्ता नहीं है।
पाकिस्तान के अंदर आएदिन सिख, सिंधी, हिंदू परिवारों पर पाकिस्तान के मुसलमानों द्वारा ज़ुल्म की खबरें सुनाई देती रहती हैं, इसी क्रम में हर दिन पाकिस्तान में एक सिख लड़की के अपहरण के बाद जबरन उसका मुस्लिम से निकाह कराकर धर्म परिवर्तन का जुल्म किया जा रहा है, दशको से पाकिस्तान में ऐसा होता आ रहा है पाकिस्तान में हुई इस बर्बरता का आज सिख समाज में जबरदस्त नाराजगी दिखी है, सिख समाज ने पाकिस्तान में हुए इस घटना के विरोध किया में सरदार जसपाल सिंह के नेतृत्व में जिला अधिकारी कार्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान का पुतला फूंका वही इस कार्यक्रम पुरुषो समेंत सिख समाज की महिलाएं भी शामिल हुईं। सिख समाज के लोगो ने कहा कि यह जुल्म बर्दाश्त के काबिल नहीं हैं, इसलिए इस घटना के विरोध में आज हम लोग जिलाधिकारी कार्यालय पर पाकिस्तान का पुतला फूंका है और पीड़ित सिख लड़की को न्याय दिलाने के लिए भारत सरकार एवं विश्व मानवाधिकार संगठन को ज्ञापन देकर रोष जाता रहे हैं।
पाकिस्तान में सिख समुदाय पर अत्याचार की इस घटना पर तंजीमुल उलमा ए इस्लाम के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन नें अपनी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान में हुई इस बर्बरता पर मौलाना शहाबुद्दीन नें कहा कि इस्लाम में जबरन शादी करने की इजाजत नहीं, इस्लाम किसी को यह इजाजत नहीं देता की आप किसी को लालच देकर शादी करे।इस्लाम इसके खिलाफ है।