नई दिल्ली: पाकिस्तान का सच अब दुनिया के सामने आ गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुद कबूल किया है कि उसने अमेरिका और पश्चिमी देशों के कहने पर तीन दशकों तक आतंकवादी संगठनों को समर्थन, फंडिंग और ट्रेनिंग दी। जो पाकिस्तान की सबसे बड़ी गलती थी।
यह बयान उन्होंने एक इंटरव्यू में Sky News की पत्रकार याल्दा हकीम को दिया। जब पत्रकार ने पूछा कि क्या पाकिस्तान ने हमेशा आतंकियों को पाला है, तो आसिफ ने जवाब दिया, “हमने अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के लिए तीन दशक तक ये गंदा काम किया। यह हमारी गलती थी और हमने इसका खामियाजा भी भुगता।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान ने 1980 में सोवियत संघ के खिलाफ जंग और फिर 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ जंग में हिस्सा न लिया होता, तो आज पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड भी साफ होता।
भारत के खिलाफ युद्ध की धमकी भी
ख्वाजा आसिफ ने भारत के साथ पूरी जंग (all-out war) की आशंका जताई है, जिससे तनाव और बढ़ सकता है। आसिफ के बयान से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान कई सालों से इन आतंकी समूहों को पनाह दे रहा है।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। जिसमें अटारी बॉर्डर को बंद करना, पाकिस्तान को दिए जाने वाले SAARC वीज़ा छूट को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों को 40 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का आदेश, High Commission से अधिकारियों की संख्या घटाना और इंडस वॉटर संधि (1960) को भी रोकने का फैसला शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक कहा है कि इस हमले के ज़िम्मेदार आतंकियों को ऐसी सज़ा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद के आखिरी ठिकानों को भी मिटा दिया जाए। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकांओं की कमर तोड़ देगी।