नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान के अंदर से एक बड़ी खबर निकल कर आई है। ये खबर पाक को बड़े संकट में डाल सकती है। पाक में गृहयुद्ध छिड़ सकता है। पाक के अंदर बगावत की चिंगारी धधक सकती है। पाक आर्मी चीफ मुल्ला मुनीर एंड कंपनी को देश से भागना पड़ सकता है। शरीफ खानदार भी बुरिया बिस्तर बांधकर लंदन जा सकता है। अगर खबर पक्की हुई तो पाक के अंदर खूनी जलजला आना तय है। पाक का एकबार फिर से बंटना तय है। क्योंकि पठान लैंड से पठान लाव-लश्कर के साथ इस्लामाबाद की तरफ कूच कर चुके हैं। पठान अपने इमरान खाप के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं। ऐसे में पूरी दुनिया की नजर अटकला जेल में टिकी है। दुनियाभर के लोगों की टकटकी इसी जेल पर है। पाक की आवाम भी अंदर से डरी हुई है। वह आर्मी चीफ मुनीर और शाहवाज शरीफ को घेर रही है। यलगार की धमकी दे रही है। दो-दो हाथ करने का शंखनाद भी कर दिया है।
वह क्रिकेट की दुनिया का महरथी था। जब पाकिस्तान के अंदर हालात बहुत खराब थे। जब पाकिस्तान के लोग दर्द से कराह रहे थे, तब पठान यानि इमरान खान ने क्रिकेट के मैदान में कुछ ऐसा करके दिखाया, जिसके चलते पाकिस्तान जीभर के मुस्कराए। इमरान को गले लगाया। वर्ल्डकप की ट्रॉफी के साथ जब पठान पाक की जमीन पर उतारा तो उसका हीरो की तरफ स्वागत किया। इमरान पाक का सुपरस्टार बन गया। लोगों ने इमरान को बेइंतहा प्यार किया। इसी के चलते इमरान खान राजनीति में आए और पाक की जनता ने उन्हें पीएम बना दिया। लेकिन इमरान खान को लेकर इस वक्त जो खबर पाक से निकर कर आ रही है, वह बहुत डरावनी है। 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद इमरान खान को लेकर इस वक्त पूरे पाकिस्तान में उनकी हत्या की अफवाह तेजी से फैल गई है। पाकिस्तान की सेना और सरकार पर जेल में उन्हें टॉर्चर करने का आरोप है। जबकि उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा, जिससे अफवाह को बल मिल रहा है।
इमरान खान की बहनें नोरीन खान, अलीमा खान और उजमा खान को जेल के बाहर से घसीटकर भगा दिया गया। उनके साथ मारपीट भी की गई। पीटीआई कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें किसी भी हाल में इमरान खान से मिलना है, जबकि पाकिस्तान सरकार उनकी मौत की रिपोर्ट को अफवाह बता रही है। दरअसल अफगानिस्तान की मीडिया ने दावा किया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रावलपिंडी के आदियाला जेल में हत्या कर दी गई है। जिससे पाकिस्तान में अफरातफरी मचने के हालात बन गये हैं। इमरान खान के समर्थकों की मांग है कि अगर इमरान खान सुरक्षित और जीवित हैं तो उन्हें मिलने क्यों नहीं दिया जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं। हालांकि फवाद चौधरी ने भारतीय मीडिया से बात करते हुए इमरान खान की मौत की रिपोर्ट को बकवास बताया है, लेकिन मुश्किल समय में इमरान खान को छोड़कर भागने की वजह से समर्थकों को उनकी बातों पर यकीन नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के हजारों समर्थक जेल के बाहर इकट्ठा हो गये और अधिकारियों से अपने नेता की सेहत के बारे में जानकारी देने की मांग रहे हैं। दूसरी तरफ समर्थकों को काबू में रोकने और किसी भी हिंसक घटना को कंट्रोल करने के लिए जेल के बाहर सैकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान की बहनों अलीमा खान, डॉ. उजमा और नोरीन नियाजी और पार्टी के दूसरे नेताओं ने जेल के पास फैक्ट्री नाका पर धरना दिया है, उन्हें आगे जाने की इजाजत नहीं मिली। इमरान खान की बहनों ने पाकिस्तान की पंजाब पुलिस पर बर्बर हिंसा का आरोप लगाया है। पंजाब पुलिस प्रमुख उसमान अनवर को लिखी शिकायत में नोरीन नियाजी ने कहा कि वह 71 वर्ष की हैं, फिर भी पुलिसकर्मियों ने उनके बाल पकड़कर उन्हें सड़क पर घसीटा। उन्होंने आरोप लगाया कि अचानक स्ट्रीटलाइटें बंद कर दी गईं ताकि अंधेरे में पुलिस कार्रवाई की जा सके।
आपको बता दें कि करीब एक साल से ज्यादा वक्त हो गया है जबसे बहनों को इमरान खान से मिलने नहीं दिया गया है। आखिरी बार उनकी मुलाकात 30 अक्टूर 2024 को हुई थी। वहीं, अक्टूबर 2024 के बाद से किसी समर्थक या उनकी राजनीतिक पार्टी के सदस्य को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया है, जिससे उनकी सेहत या जिंदा होने को लेकर सवाल काफी तेजी से उठ रहे हैं। यह अफवाह तब और तेज हो गई जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के आधिकारिक नोट के रूप में स्टाइल की गई एक फर्जी प्रेस विज्ञप्ति ऑनलाइन प्रसारित होने लगी, जिसमें खान की मौत की झूठी घोषणा की गई थी। पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने इस दस्तावेज को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया और जनता से इस ’गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार’ को अस्वीकार करने का आग्रह किया।
मौत की अफवाहों के बीच, इमरान खान का पहले दिया गया बयान फिर से चर्चा में आ गया। उन्होंने कहा था कि अगर हिरासत में उन्हें कुछ भी होता है, तो इसके लिए सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। दरअसल कुछ महीनों पहले इमरान खान ने कहा था कि, ’हाल के दिनों में मुझे जेल में जिस कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है, वह बढ़ गया है। यही बात मेरी पत्नी बुशरा बीबी पर भी लागू होती है… हमारे सभी मूल अधिकार, मानवाधिकार और कैदियों को कानूनी रूप से दिए गए अधिकार हम दोनों के लिए निलंबित कर दिए गए हैं। इसलिए मैं अपनी पार्टी को स्पष्ट निर्देश देता हूं अगर मुझे जेल में कुछ होता है, तो आसिम मुनीर को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा था कि, ’वह पूरी जिंदगी जेल में बिताने के लिए तैयार हैं, लेकिन अत्याचार और उत्पीड़न के सामने झुकने का कोई सवाल ही नहीं है। इमरान की मौत को लेकर हजारों लोग रावलपिंडी पर डेरा जमाए हुए हैं। फिलहान सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। ऐसी चर्चा कि इमरान खान को पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
बता दें, इमरान खान और जनरल आसिम मुनीर के बीच का टकराव पाकिस्तान की सत्ता की सबसे महत्वपूर्ण प्रतिद्वंद्विताओं में से एक रहा है। साल 2019 में जब खान प्रधानमंत्री थे, उन्होंने मुनीर को प्ैप् प्रमुख के पद से केवल आठ महीने के कार्यकाल के बाद हटा दिया था। रिपोर्टों से पता चलता है कि मुनीर ने इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी से जुड़े कथित भ्रष्टाचार पर चिंता जताई थी। इसके बाद मुनीर के सेना प्रमुख बनने के बाद टकराव और तेज हो गया। इमरान खान ने सार्वजनिक रूप से उन्हें पाकिस्तान के इतिहास में ’सबसे दमनकारी तानाशाह’ कहा, और उन पर राजनीतिक कार्रवाई, हिरासत में उन्हें और उनकी पत्नी को प्रताड़ित करने और सैन्य शासन को बढ़ाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। इमरान की बहनों ने दावा किया है कि जेल में मुनीर ने एक कर्नल को तैनात किया हुआ है। पूरा जेल प्रशासन कर्नल के इशारे पर काम करता है। कर्नल के कहने पर इमरान खान को पीटा गया। बहनों का आरोप है कि मुनीर के इशारे पर कर्नल ने इमरान खान की हत्या करवा दी है।
