SHAKTI-VIII : फ्रांस के ला कैवेलरी स्थित कैंप लारजैक में भारत-फ्रांस के बीच एक संयुक्त सैन्य अभ्यास संपन्न हुआ, जिसे शक्ति-VIII के आठवें संस्करण के रूप में आयोजित किया गया। यह अभ्यास न केवल दोनों देशों के बीच सैन्य समन्वय और विश्वास को बढ़ावा देने का जरिया है, बल्कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी प्रभाव पड़ सकता है, जिससे पड़ोसी देशों में तनाव की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
इस बार के संस्करण में जटिल और चुनौतीपूर्ण युद्ध तकनीकों को सफलतापूर्वक लागू करने पर खास ध्यान दिया गया। इस दौरान कई तस्वीरें भी सामने आईं, जिनमें सैनिकों को अभ्यास करते हुए देखा जा सकता है।
शक्ति-VIII क्या है?
इंडो-फ्रांस संयुक्त सैन्य अभ्यास शक्ति-VIII का यह आठवां संस्करण है, जिसका समापन हाल ही में फ्रांस के ला कैवेलरी के कैंप लारजैक में हुआ। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भारतीय और फ्रांसीसी सेनाओं के बीच बेहतर अंतर-संचालन (Interoperability), आपसी विश्वास और रणनीतिक सहयोग को मजबूत बनाना है।
इस बार के अभ्यास में जम्मू-कश्मीर राइफल्स की 90 सदस्यों वाली टीम के साथ-साथ अन्य सैन्य और सेवाओं के जवान भी शामिल थे। कुल मिलाकर फ्रांसीसी सेना, नौसेना और वायु तथा अंतरिक्ष बल की विभिन्न यूनिट्स के 500 से अधिक कर्मियों ने इस अभ्यास में भाग लिया।
अभ्यास में क्या-क्या किया गया?
18 जून से 1 जुलाई तक फ्रांस में आयोजित इस अभ्यास का आयोजन 13वीं फ्रांसीसी विदेशी सेना डेमी-ब्रिगेड (13 DBLE) ने किया। इसमें दोनों देशों के लड़ाकू विमानों के साथ लगभग 50 बख्तरबंद और टैक्टिकल वाहन शामिल थे।
यह भी पढ़ें : फवाद, माहिरा से शाहिद अफरीदी तक… भारत ने 24 घंटे…
अभ्यास के दौरान लड़ाकू शूटिंग, शहरी युद्ध प्रशिक्षण, बाधा पार करने की तकनीकें, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) का एकीकरण और काउंटर-अनमैन्ड एरियल सिस्टम (C-UAS) ऑपरेशन्स पर विशेष फोकस रहा।
फ्रांसीसी दूतावास की प्रतिक्रिया
नई दिल्ली में स्थित फ्रांसीसी दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि यह अभ्यास दोनों देशों के सैनिकों को कठिन और जटिल युद्ध स्थितियों के लिए तैयार करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। दूतावास ने यह भी कहा कि यह अभ्यास फ्रांसीसी और भारतीय सशस्त्र बलों के बीच सहयोग और आपसी सम्मान को और अधिक मजबूत करेगा, साथ ही भारत-फ्रांस रक्षा साझेदारी को भी मजबूती प्रदान करेगा।