नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद राजनीतिक दलों की तरफ से उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जा रही है। बीजेपी के बाद अब जेडीयू ने अपने कैंडीडेट्स की पहली सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में एक भी मुस्लिम चेहरे को एंट्री नहीं दी गई। जारी 57 कैंडिडेट की पहली सूची में पार्टी ने 30 नए कैंडिडेट को मैदान में उतारा है। इसके अलावा पहली सूची में 27 उम्मीदवारों को फिर से टिकट दिया है। पार्टी ने तीन बाहुबलियों अमरेंद्र सिंह, धूमल सिंह और छोटे सरकार उर्फ अनंत सिंह को टिकट दिया है। जेडीयू ने पहली लिस्ट में कुल चार ही महिलाओं को टिकट दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के बाद जेडीयू ने भी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जेडीयू ने 57 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, जिसमें अपने छह मंत्रियों और 18 विधायकों को दोबारा से टिकट दिया है। जेडीयू से पहले बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। बीजेपी की 71 उम्मीदवारों की सूची में कोई भी मुस्लिम नाम नहीं है तो जेडीयू ने भी किसी मुस्लिम पर भरोसा नहीं जताया। हालांकि, अभी जेडीयू के 44 उम्मीदवारों के नाम घोषित होने हैं। जेडीयू की तरफ से बताया गया है कि जल्द ही दूसरी लिस्ट जारी होगी। उस लिस्ट में मुस्लिम नेताओं के नाम होंगे।
जेडीयू ने अपने 57 उम्मीदवारों में चार बाहुबली नेताओं को प्रत्याशी बनाया है। जेडीयू ने मोकामा सीट से अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार को प्रत्याशी बनाया है। जबक एकमा सीट से धुमल सिंह को टिकट दिया है। कुचाईकोट सीट से अमरेंद्र पांडेय को नीतीश कुमार ने उम्मीदवार बनाया है, जो 2020 में भी जेडीयू से विधानसभा चुनाव जीते थे। मांझी विधानसभा सीट से जेडीयू ने बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह को टिकट दिया। रणधीर सिंह आरजेडी छोड़कर जेडीयू में आए हैं। प्रभुनाथ सिंह का सियासी दबदबा जगजाहिर है और लालू यादव के दौर में उनकी सियासी तूती बोला करती थी। प्रभुनाथ सिंह आरजेडी से सांसद रहे हैं और छपरा में डबल हत्याकांड में उन्हें उम्रकैद की सजा हो गई है।
जेडीयू ने अपनी पहली सूची में 10 अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को टिकट दिया है तो छह भूमिहार समुदाय के प्रत्याशी उतारे हैं। जेडीयू ने भूमिहार जाति से आने वाले विजय कुमार चौधरी, अनंत सिंह, पुष्पंजय, अजीत कुमार, राजकुमार सिंह और धुमल सिंह को टिकट दिया है। दलित समुदाय से देखें तो सिंघेश्वर से रमेश ऋषिदेव, सोनबरसा से रत्नेश सादा, कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार, सकरा से आदित्य कुमार, कांटी, भोरे से सुनील कुमार, राजापाकर से महेन्द्र राम, कल्याणपुर से महेश्वर हजारी, अलोली से रामचंद्र सदा, राजगीर से कौशल किशोर, फुलवारी से श्याम रजक, मसौढ़ी से अरुण मांझी और राजपुर से संतोष कुमार निराला को टिकट दिया है।
जेडीयू ने अपनी पहली लिस्ट में 18 मौजूदा विधायकों को टिकट दिए हैं जबकि दो विधायकों के टिकट काट दिए हैं। जेडीयू ने जिन 57 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, उसमें से 20 सीट पर उसका कब्जा था। सकरा से आदित्य कुमार और बरबीघा से सुदर्शन कुमार का टिकट काट दिया है। इतना ही नहीं जेडीयू ने सम्राट चौधरी के लिए अपने कोटे की तारापुर सीट छोड़ दी, 2020 में इस सीट पर जेडीयू चुनाव लड़ी थी। जेडीयू की इस लिस्ट में मुस्लिम चेहरा नहीं होने से लोग सोशल मीडिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा कि लगता है सुशासन बाबू को मुस्लिमों से मोहभंग हो गया है। वह भी बीजेपी के रास्ते पर चल पड़े हैं। हमें नहीं लगता कि जेडीयू अब किसी मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाएगी।
बता दें, 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए के साथ चार दल थे, जिसमें जेडीयू को छोड़कर किसी पार्टी ने मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट ही नहीं दिया था। जेडीयू ने 11 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था, लेकिन उन सभी को हार का मुंह देखना पड़ा। चुनाव के बाद जरूर बसपा से जीते जमा खान को नीतीश कुमार ने जेडीयू में शामिल कराकर अपनी कैबिनेट में शामिल करा लिया था। जेडीयू की पहली लिस्ट में जमा खान का नाम भी शामिल नहीं है। चैनपुर सीट पर जेडीयू ने प्रत्याशी अभी घोषित नहीं किया। पिछले चुनाव में मुसलमानों के 76 फीसदी वोट महागठबंधन को मिले है। इस तरह से 13 फीसदी मुस्लिम वोट एनडीए के खाते में गए थे, लेकिन एक भी मुस्लिम जेडीयू से जीत नहीं सका, जबकि इससे पहले जेडीयू से मुस्लिम विधायक चुनाव जीतते रहे हैं।
पहली सूची में इन प्रत्याशियों के नाम
आलमनगगर-नरेंद्र नारायण यादव
बिहारीगंज- निरंजन कुमार मेहता
सिंहेश्वर (सुरक्षित)- रमेश ऋषिदेव
मधेपुरा- कविता साहा
सोनबरसा (सुरक्षित) -रत्नेश सदा
बेनीपुर- विनय कुमार चौधरी
दरभंगा ग्रामीण- ईश्वर मंडल
बहादुरपुर-मदन सहनी
गायघाट-कोमल सिंह
मीनापुर-अजय कुशवाहा
सकरा (सुरक्षित)-आदित्य कुमार
कांटी, अजीत कुमार
कुचायकोट-अमरेंद्र कुमार पांडेय
भाेरे (सुरक्षित) -सुनील कुमार
हथुआ-रामसेवक सिंह
बरौली- मंजीत सिंह
जीरादेई- भीष्म कुशवाहा
रघुनाथपुर – विकास कुमार सिंह उर्फ जीशु सिंह
बड़हरिया-इंद्रदेव पटेल
महाराजगंज- हेमनारायण लाह
एकमा-धूमल सिंह
मांझी-रणधीर सिंह
परसा-छोटेलाल राय
वैशाली -सिद्धार्थ पटेल
राजापाकर (सुरक्षित)- महेंद्र राम
महनार- उमेश सिंह कुशवाहा
कल्याणपुर (सुरक्षित)- महेश्वर हजारी
वारिसनगर -डा. मांजरिक मृणाल
समस्तीपुर-अश्वमेध देवी
मोरवा- विद्यासागर निषाद
सरायरंजन- विजय कुमार चौधरी
विभूतिपुर-रवीना कुशवाहा
हसनपुर-राजकुमार राय
चेरियाबरियारपुर- अभिषेक कुमार
मटिहानी- राजकुमार सिंह
अलौली (सुरक्षित) -रामचंद्र सदा
खगड़िया-बबलू मंडल
बेलदौर- पन्ना लाल पटेल
जमालपुर- नचिकेता मंडल
सूर्यगढ़ा- रामानंद मंडल
शेखपुरा-रणधीर कुमार सोनी
बरबीघा-डा. कुमार पुष्पंजय
अस्थावां-जितेंद्र कुमार
राजगीर (सुरक्षित)- कौशल किशोर
इस्लामपुर- रुहेल रंजन
हिलसा- कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया
नालंदा-श्रवण कुमार
हरनौत-हरिनारायण सिंह
मोकामा-अनंत सिंह
फुलवारी शरीफ (सुरक्षित) श्याम रजक
संदेश-राधाचरण साह
जगदीशपुर- भगवान सिंह कुशवाहा
डुमरांव- राहुल सिंह
राजपुर (सुरक्षित) संतोष कुमार निराला।