कानपुर: जफर हाशमी हयात को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे है. कानपुर हिंसा भड़काने के बाद अब जफर हाशमी का नया कनेक्शन निकल कर आ रहा है. ये कनेक्शन देश के सबसे बड़े मुद्दे से जुड़ा है. CAA-NRC में लोगों को भड़काने में जफर हाशमी ने महत्वपूर्ण भुमिका निभाई, लेकिन अब जब कानपुर हिंसा से जुड़े केस में सच को खंगाला जा रहा है तो पुराने केस भी निकल कर आ रहे है. CAA हिंसा में हयात को एक केस में आरोपी बनाया गया था। मगर, चार्जशीट में उसका नाम शामिल नहीं था। उसका नाम विवेचना के दौरान निकाल दिया गया था, सीएए हिंसा में पुलिस ने हाशमी पर नरमी बरती और उसे क्लीनचिट दे दी, जबकि फेसबुक पर उसके तमाम वीडियो ऐसे पोस्ट किए गए थे, जिसमें वह लोगों को भड़काता हुआ सुनाई दे रहा था। भीड़ जुटाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। एक तरह से वहां भी वह पर्दे के पीछे ही रहा था लेकिन साजिश रचने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। इसके बावजूद उसको क्लीनचिट दे दी गई थी। अब जब बवाल के मामले में वह बेनकाब हुआ तो पुराने मामले भी खुलने लगे हैं।
वहीं, CAA हिंसा में भीड़ को जुटाने, भड़काने और हिंसा कराने की साजिश में जो लोग शामिल रहे थे, उनके बारे में भी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। हिंसा के जो केस दर्ज किए थे उनमें से हयात के अलावा किन-किन लोगों का नाम बाहर हुआ था, किस आधार पर हुआ था। इन पहलुओं की भी समीक्षा की जा रही है।
विजय सिंह मीना, पुलिस कमिश्नर ने अपने बयान में कहा की -‘पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। देखा जा रहा है कि किस आधार पर केस से नाम बाहर किया गया था। अगर साक्ष्यों को दरकिनार कर ऐसा किया गया होगा तो ऐसा करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।