Kanpur News : कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट क्लीनिक चलाने वाली डॉ. अनुष्का ने सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इससे पहले क्राइम ब्रांच को उनकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन उससे पहले ही उन्होंने सरेंडर कर लिया। अब पुलिस की नजर इस मामले में शामिल अन्य कर्मचारियों पर है। खासतौर पर तीन युवतियां, जो क्लीनिक में काम करती थीं और डॉक्टर की गतिविधियों से पूरी तरह वाकिफ थीं।
ये युवतियां न सिर्फ क्लीनिक की रोजमर्रा की जिम्मेदारियां संभालती थीं, बल्कि मरीजों की अपॉइंटमेंट, फीस, रिकॉर्ड और हेयर ट्रांसप्लांट की व्यवस्थाएं भी देखती थीं। पुलिस को उम्मीद है कि इन युवतियों से पूछताछ के बाद कई अहम खुलासे हो सकते हैं। क्योंकि ये क्लीनिक खुलने से लेकर बंद होने तक वहीं मौजूद रहती थीं और डॉक्टर के कामकाज की प्रत्यक्ष गवाह थीं।
हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले दो युवक
डॉ. अनुष्का खुद हेयर ट्रांसप्लांट नहीं करती थीं, बल्कि इसके लिए दो युवकों को रखा गया था। वही दोनों सर्जरी जैसे काम को अंजाम देते थे, जबकि डॉक्टर सिर्फ दस्ताने और मास्क पहनकर निर्देश देने के लिए वहां मौजूद रहती थीं।
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झूठ का पर्दाफाश
इंपायर क्लीनिक में सहायक अभियंता विनीत और इंजीनियर मयंक ने हेयर ट्रांसप्लांट कराया था, लेकिन डॉ. अनुष्का इस बात से लगातार इनकार करती रहीं। बाद में सर्विलांस टीम को कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से यह पुष्टि हुई कि ट्रांसप्लांट के दौरान वे दोनों मरीजों के साथ सात घंटे तक मौजूद थीं। इस तकनीकी सबूत के सामने आने के बाद उनका झूठ सामने आ गया।
फिलहाल, पुलिस अब तीनों युवतियों और हेयर ट्रांसप्लांट करने वाले दोनों युवकों की तलाश में जुटी है। उम्मीद की जा रही है कि इनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे रैकेट की परतें खुलेंगी।