नई दिल्ली: आज यानी सोमवार 2 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर एक गंभीर हादसा होने की ख़बर सामने आई है। पंछी हेलीपैड के पास भूस्खलन होने से इस हादसे में दो महिला श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि एक लड़की घायल हो गई। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि, यात्रा को बंद नहीं किया गया है और इसे दूसरे मार्ग से जारी रखा गया है।
श्राइन बोर्ड के सीईओ ने पुष्टि की है कि मंदिर के रास्ते पर पत्थर गिरने से भूस्खलन की घटना हुई है। आपदा प्रबंधन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और प्रभावित लोगों की सहायता और बचाव के प्रयास जारी हैं। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन दोपहर लगभग 2:35 बजे भवन से तीन किलोमीटर आगे पंछी के पास हुआ, जिससे ऊपर की लोहे की संरचना का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
इस दुर्घटना में जान गंवाने वाली महिलाओं की पहचान गुरदासपुर की गली नंबर-2 निवासी सुदर्शन की पत्नी सपना और उत्तर प्रदेश के कानपुर की नेहा के रूप में हुई है। पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण हिमकोटि मार्ग पर भूस्खलन हुआ, लेकिन यात्रा पुराने सांझीछत मार्ग से जारी है।
इससे पहले, 15 अगस्त को दक्षिणी देवरी के पास भी श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ था, जिससे यात्रा अस्थायी रूप से बाधित हुई थी। यह घटना भी भारी बारिश के बीच घटी थी, लेकिन उस समय कोई हताहत नहीं हुआ था।
बताया जा रहा है कि यह भूस्खलन खराब मौसम और लगातार मूसलाधार बारिश के कारण हुआ। मौसम विभाग ने अगले दो हफ्तों तक क्षेत्र में बारिश जारी रहने का अनुमान बताया है। बता दें, कि घटना के समय रास्ते पर श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं थी, जो राहत की बात है। फिलहाल, उस मार्ग पर श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गई है जहां भूस्खलन हुआ था।
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प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सतर्क रहें और मार्ग की स्थिति का आकलन कर आगे बढ़ें। अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन से प्रभावित मार्ग पर मलबा हटाने का कार्य जारी है। मलबा साफ करने के बाद मार्ग का निरीक्षण किया जाएगा और फिर उसे खोलने का निर्णय लिया जाएगा।