Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आते ही देश की राजनीति गरमा गई है। पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बात कही। भाजपा ने इस पर हमला बोला है। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।
‘केजरीवाल विधायकों पर दबाव डालना चाहते हैं’
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “मेरे सूत्र ने मुझे बताया कि Arvind Kejriwal ने इस्तीफा देने के लिए दो दिन का समय मांगा है क्योंकि वह अपने विधायकों को सुनीता केजरीवाल को अगले मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने के लिए मजबूर करना चाहते हैं।” भाजपा नेता ने इंस्टाग्राम पर लिखा, लालू-राबड़ी मॉडल की तरह, सोनिया-मनमोहन मॉडल की तरह, हम पूरी शक्ति चाहते हैं लेकिन कोई जवाबदेही नहीं। उन्होंने कहा, “मेरे ट्वीट और बयान के बाद संभव है कि आम आदमी पार्टी पीछे हट जाए।”
My sources tell me @ArvindKejriwal has sought two days to resign as he wants to force his MLAs to accept Smt Sunita Kejriwal as next CM (( Lalu Rabri Model / Sonia Manmohan Model – no accountability full power ))
After my tweet & statement it is possible AAP May backtrack.. pic.twitter.com/qisvqTPADY
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) September 15, 2024
भाजपा नेता ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने आपदा में अवसर ढूंढने में पीएचडी की है। वह इस्तीफा देने का नाटक कर रहे हैं क्योंकि अदालत ने उन्हें आबकारी नीति घोटाले के मामले में बरी नहीं किया, बल्कि शर्तों के साथ जमानत दी, जिससे वह मुख्यमंत्री से नाममात्र के मंत्री बन गए।”
Arvind Kejriwal ने ऐसा क्यों कहा?
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए Arvind Kejriwal ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाण पत्र देंगे। मैं जेल से बाहर आकर अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं। केजरीवाल ने भाजपा पर उन्हें भ्रष्ट साबित करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि भगवा पार्टी लोगों को अच्छे स्कूल और मुफ्त बिजली नहीं दे सकती क्योंकि वे भ्रष्ट हैं।”
Arvind Kejriwal ने कहा कि अगले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री के रूप में चुना जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फरवरी में चुनाव होने वाले हैं, लेकिन मैं मांग करता हूं कि दिल्ली में महाराष्ट्र के साथ नवंबर में चुनाव कराए जाएं।