आपको बता दें, कोलिन मुनरो (Colin Munro) को इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की टीम में शामिल नहीं किया गया, जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि मुनरो ने इस वजह के चलते ही ये फैसला लिया है। कोलिन मुनरो टी20 मैचों में अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। इस खिलाड़ी ने क्रिकेट के इस फॉर्मेट में खेलते हुए कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।
अपने सन्यास लेने के बारे में बात करते हुए कोलिन मुनरो (Colin Munro) ने कहा, ब्लैक कैप्स यानी न्यूजीलैंड के लिए खेलना मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि थी। मुझे जर्सी पहनकर बहुत गर्व महसूस होता था। मैंने 123 बार ऐसा किया जो कि मेरे लिए बहुत गर्व करने वाली बात है। मैंने अपना पिछला मुकाबला काफी पहले खेला था, लेकिन मैंने अब तक न्यूजीलैंड की टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी थी। मुझे लगा था कि मैं फ्रैंचाइजी क्रिकेट के सहारे वापसी कर लूंगा। टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम के ऐलान के बाद मुझे लगा कि क्रिकेट को अलविदा कहने का यही सही समय है।
साल 2012 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 में कोलिन मुनरो ने अपना डेब्यू किया था। अपने क्रिकेट करियर में मुनरो ने 65 टी20 इंटरनेशनल खेले, जिसमें बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 1724 रन बनाए हैं। इन 65 मुकाबलों में कोलिन मुनरो ने तीन शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं। इतना ही नहीं इस खिलाड़ी के नाम टी20 में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड भी रह चुका है।
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साल 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलिन मुनरो ने 47 गेंदों में शतक लगाया था। उस वक्त ये टी20 इंटरनेशनल का सबसे तेज शतक था। इतना ही नहीं इस शतक के बाद मुनरो टी20 में तीन शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी भी बन गए थे। इसके अलावा साल 2016 में ईडन पार्क में श्रीलंका के खिलाफ कोलिन मुनरो ने 14 गेंदों में अर्धशतक बनाकर सभी को चौंका दिया था। न्यूजीलैंड की तरफ से कोलिन मुनरो ने 2 टी20 विश्व कप खेलें हैं। मुनरो ने अपना आखिरी टी20 मैच भारत के खिलाफ साल 2020 में खेला था। साल 2019 के वन डे विश्व कप में भी कोलिन मुनरो शामिल थे। फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड की टीम ने वन डे वर्ल्ड कप अपने नाम किया था।