
जानकारी के मुताबिक, Dr Shaheen और उनके नेटवर्क का संबंध “व्हाइट‑कॉलर टेरर मॉड्यूल” से है। जांच एजेंसियों का मानना है कि मेडिकल पेशे के इस नेटवर्क का इस्तेमाल ब्लास्ट की लॉजिस्टिक, फंडिंग और सपोर्ट प्रदान करने के लिए किया जा रहा था। NIA का कहना है कि यह मॉड्यूल सीधे ब्लास्ट में शामिल नहीं था, लेकिन इसके सपोर्ट और नेटवर्क‑सहयोग से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा था।
यह छापेमारी देश भर के आठ स्थानों पर किए गए बड़े अभियान का हिस्सा है। इनमें उत्तर प्रदेश, जम्मू‑कश्मीर सहित अन्य राज्यों के ठिकानों पर भी रेड की गई है। NIA की यह कार्रवाई इस मामले में संदिग्धों को बेनकाब करने और पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के लिए की जा रही है।
जांच अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में और गिरफ्तारी या नए खुलासे हो सकते हैं। NIA यह सुनिश्चित करना चाहती है कि ब्लास्ट से जुड़े सभी व्यक्ति और उनका सहयोग नेटवर्क पूरी तरह से उजागर हो। इस मामले में जांच जारी है और एजेंसी ने किसी भी तरह के संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी हुई है।