नई दिल्ली: क्या हो जब एक लग्जरी कार बनाने वाली नामी कंपनी की इलेक्ट्रिक कार (Mercedes) में अचानक आग लग जाए। सवाल बहुत गंभीर है। आज की लाइफ स्टाइल में ज्यादातर लोग अपनी-अपनी चार पहियों की गाड़ी खरीदना चाहते हैं। कुछ सालों से इलेक्ट्रिक व्हीक्लस का क्रेज बढ़ा है, लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना सामने आई है, जिससे इलेक्ट्रिक गाड़ियां शक के दायरे में आ गई हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इलेक्ट्रिक गाड़ियां वास्तव में सुरक्षित हैं? यदि नहीं, तो फिर इलेक्ट्रिक वाहनों को दुनिया भर में क्यों बढ़ावा दिया जा रहा है?
ये सवाल दक्षिण कोरिया में हुई एक घटना के बाद अब तेजी से उठने लगा है। मर्सिडीज-बेंज की एक इलेक्ट्रिक कार पार्किंग में खड़ी-खड़ी धू-धू कर जलने लगी। मर्सिडीज-बेंज EQS इलेक्ट्रिक कार में अचानक लगी आग ने हर किसी का ध्यान खींचा है। आग लगने के साथ ही इस लग्जरी कार में एक जोरदार ब्लास्ट भी हुआ, जिससे 23 लोग घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
On August 2, 2024, a Mercedes-Benz EQE 350 electric vehicle spontaneously caught fire in an underground parking garage. pic.twitter.com/CoF5YMWOyG
— Paulownia (@ilupaulownia) August 11, 2024
विस्फोट की चपेट में आई मर्सिडीज इलेक्ट्रिक कार दक्षिण कोरिया के इंचियोन शहर की एक इमारत के बेसमेंट में पार्क थी। इस घटना के वक्त वहां मौजूद लोगों का कहना है कि यह कार पिछले तीन दिनों से एक ही जगह पर खड़ी थी। घटना के समय कार से पहले धुआं निकलना शुरू हुआ और फिर एक जोरदार विस्फोट के बाद आग लग गई। इस विस्फोट और आग ने पास खड़ी दूसरी कारों को भी अपनी चपेट में ले लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि मर्सिडीज-बेंज EQE सेडान से पहले धुआं निकलता है और फिर एक जोरदार विस्फोट होता है। बताया जा रहा है कि इस विस्फोट से बेसमेंट में खड़ी कम से कम 140 कारों को नुकसान पहुंचा है।
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आपको बता दें, जिस अपार्टमेंट की पार्किंग में आग लगी, वहां 103 लोग रहते थे। जलती हुई मर्सिडीज-बेंज EQE इलेक्ट्रिक कार से निकलने वाले काले धुएं के कारण 23 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस हादसे के बाद अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में 500 से ज्यादा घरों को पांच दिनों तक बिजली और पानी की सप्लाई के बिना रहना पड़ा क्योंकि आग ने बिजली की लाइनों और पानी की सप्लाई करने वाली मोटरों को जला कर रख दिया।