AMU Entrance Exam Cheating: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए AMU प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाती है। आज विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया। मेटल डिटेक्टर और अन्य मशीनों के जरिए परीक्षार्थियों की तलाशी ली गई। चेकिंग के दौरान प्रशासन ने दो अभ्यर्थियों को परीक्षा में मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए पकड़ा। दोनों के खिलाफ एएमयू प्रशासन के द्वारा सख्त कार्रवाई कराई जा रही है।
चीटिंग का मामला सामने आने के बाद एएमयू प्रशासन में हड़कंप मच गया। अलग-अलग सेंट्ररों पर कराई जा रही इस परीक्षा को लेकर एएमयू प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया। परीक्षा (AMU Entrace Exam) को नकल विहीन कराने के लिए अधिकारियों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे विश्वविद्यालय की छवि साफ और स्वच्छ बनी रहे।
कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच एंट्री एग्जाम संपन्न
बता दें कि शनिवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्सेस के लिए कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच एंट्री एग्जाम का आयोजिन किया गया था। परीक्षा को पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए अलीगढ़ में परीक्षा केंद्रों पर डोर-फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) की स्थापना और एग्जाम हॉल में एंट्री से पहले हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) से उम्मीदवारों की तलाशी ली गई।
बता दें कि बीएससी (ऑनर्स) कृषि, बीएससी (ऑनर्स) और बीएससी बीएड पाठ्यक्रमों के लिए कुल 8428 छात्रों ने आवेदन किया था। जबकि बीकॉम (ऑनर्स) के लिए 3032, बीए (ऑनर्स) और बीए बीएड के लिए 6583 और एमबीए, एमबीए (आईबी), एमबीए (आईबीएफ), एमबीए (वित्तीय प्रबंधन), एमबीए (टीटीएम), एमबीए (कृषि व्यवसाय), एमबीए (अस्पताल प्रबंधन), एमएसडब्ल्यू, एमआईआरएम और एमएचआरएम कार्यक्रमों के लिए 4758 छात्रों ने अप्लाई किया था।
प्रॉक्टर ने दी मामले की जानकारी
प्रॉक्टर वसीम अली ने जानकारी देते हुए बताया कि नकल विहीन परीक्षा को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय हमेशा अलर्ट रहा है। यही कारण है कि आज भी नकल विहीन परीक्षा को लेकर संघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। जिसको लेकर दो उम्मीदवारों को मोबाइल फोन का उपयोग करने का प्रयास करते हुए पकड़ा गया और उनके खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई की गई।
डॉ. मुजीब उल्लाह जुबेरी ने कहा कि वरिष्ठ शिक्षकों को पर्यवेक्षक के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था। कुछ शिक्षकों को अलीगढ़ के बाहर के केंद्रों पर समग्र प्रभारी के रूप में भी नियुक्त किया गया था। जिन्होंने प्रवेश परीक्षाओं का सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन सुनिश्चित किया।
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ के बाहर के केंद्रों में गुवाहाटी, कोलकाता, लखनऊ, पटना, श्रीनगर, कोझिकोड और दिल्ली शामिल थे। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवकों ने विश्वविद्यालय परिसर में विभिन्न स्थानों पर विशेष सहायता शिविरों का आयोजन किया तथा अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों को आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता के साथ-साथ ठंडा पेयजल उपलब्ध कराया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी अभ्यर्थियों के अभिभावकों के लिए टेंट और पेयजल की व्यवस्था की।
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