Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। बाहर आने के बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लाखों लोगों की दुआओं की वजह से आज वह बाहर हैं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें जेल में डालकर उनकी हिम्मत तोड़ने की कोशिश की गई। लेकिन इससे उनके हौसले और ताकत 100 गुना बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि जेल की मोटी दीवारें और सलाखें उनके हौसले को कमजोर नहीं कर सकतीं।
साज़िश पर सत्य की जीत हुई। तिहाड़ जेल से बाहर आए CM @ArvindKejriwal। LIVE https://t.co/jjRpRDUiEh
— AAP (@AamAadmiParty) September 13, 2024
केजरीवाल ने प्रार्थना की कि भगवान उन्हें हमेशा सही रास्ता दिखाते रहें ताकि वे देश की सेवा करते रहें और राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रखें। उन्होंने कहा कि उनका जीवन पूरी तरह से देश को समर्पित है और हर कठिनाई में भगवान ने उनका साथ दिया क्योंकि वे सच्चे थे।
स्वागत करने के लिए उमड़ी भीड़
उनका (Arvind Kejriwal) स्वागत करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सैकड़ों आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता जेल के बाहर जमा थे। तेज बारिश के बावजूद, कार्यकर्ताओं ने “जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए” और “भ्रष्टाचार का एक ही काल, केजरीवाल” जैसे नारे लगाए। रिहाई के बाद केजरीवाल ने बारिश के बीच कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
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कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की जमानत के लिए वही शर्तें लागू की हैं जो ED केस में बेल देते वक्त लगाई गई थीं। केजरीवाल को निम्नलिखित शर्तों का पालन करना होगा..
- जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल को किसी भी फाइल पर दस्तखत नहीं करने की अनुमति होगी, जब तक कि यह अत्यंत आवश्यक न हो।
- केजरीवाल के मुख्यमंत्री कार्यालय और सचिवालय में जाने पर भी पाबंदी रहेगी।
- इस मामले पर केजरीवाल को कोई बयान या टिप्पणी करने की अनुमति नहीं होगी।
- वे किसी भी गवाह से संपर्क नहीं कर सकते हैं।
- इस केस से संबंधित किसी भी आधिकारिक फाइल को वे नहीं मांग सकते या देख सकते हैं।
- आवश्यकता पड़ने पर उन्हें ट्रायल कोर्ट में पेश होना होगा और जांच में सहयोग करना होगा।
- 10 लाख रुपये का बेड बॉन्ड भरना होगा।